नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की प्रमुख योजना अटल पेंशन योजना (APY) का उद्देश्य भारत के सभी नागरिकों, खासकर गरीब, वंचित और असंगठित क्षेत्र के वर्कर्स के लिए एक यूनिवर्सल सोशल सिक्योरिटी सिस्टम बनाना है. 9 मई 2015 को शुरू की गई इस योजना का संचालन नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) की संस्थागत संरचना के तहत पेंशन फंड रेगूलेटरी और विकास प्राधिकरण (PFRDA) द्वारा किया जाता है.
इस योजना के तहत सात करोड़ से ज्यादा लोग पहले ही रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं. वित्त मंत्रालय ने अक्टूबर 2024 में यह जानकारी दी थी. इस योजना ने समाज के सबसे कमजोर वर्गों को पेंशन के दायरे में लाकर कई मील के पत्थर हासिल किया है.
अटल पेंशन योजना के तहत आपको हर महीने 1000 रुपये से 5000 रुपये तक की पेंशन मिल सकती है. योजना में पेंशन की रकम आपके द्वारा किए गए निवेश पर निर्भर करती है. उदाहरण के लिए अगर आप 1,000 रुपये की मासिक पेंशन चाहते हैं और 18 साल की उम्र से निवेश करना शुरू करते हैं तो आपको हर महीने सिर्फ 42 रुपये का योगदान करना होगा.
अटल पेंशन योजना के फायदे
इस योजना के ग्राहक 60 साल की उम्र के बाद अपने योगदान के आधार पर आप गारंटीकृत न्यूनतम मासिक पेंशन प्राप्त कर सकते हैं. वित्त मंत्रालय के अनुसार अटल पेंशन योजना को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि यह न केवल ग्राहक को जीवन भर निश्चित और गारंटीकृत पेंशन मिल सके, बल्कि इससे उन्हें' संपूर्ण सुरक्षा कवच' भी मिले. योजना के तहत अगर अंशधारक की मौत हो जाती है, तो उसकी पेंशन राशि उसके जीवनसाथी को दे दी जाती है.