बेंगलुरु:कर्नाटक के कई जिलों में भारी बारिश के बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो गए हैं. राज्य के बेलगावी, दावणगेरे, हावेरी, चिक्कमगलुरु समेत कई जिलों में नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. भारी बारिश के कारण सड़कें ढहने, बिजली कटौती, फसल और मकान को क्षति और कई पुलों के तबाह होने से कई जगहों का एक दूसरे से संपर्क टूट गया है.
कर्नाटक भारी बारिश की चपेट में
राज्य में भारी बारिश को लेकर जिला पुलिस अधिक्षक डॉ भीमा शंकर गुलेदा ने कहा कि, पिछले 15 दिनों महाराष्ट्र के पश्चिमी घाट में मूसलाधार बारिश होने के कारण कृष्णा नदी का जलस्तर दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है. जिसका नतीजा यह हुआ कि, 83 में 25 पुल तबाह हो गए. इस समय बेलगावी जिला पूरी तरह से जलमग्न हो गया है, जिसके कारण आम लोगों को हर रोज परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
पुलिस अधिक्षक डॉ भीमा शंकर गुलेदा ने कहा कि, लोंडा-सतनल्ली और मनचोली के दो पुलों को छोड़कर 23 पुलों पर यात्रा के लिए एक वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था की गई है. अगर बारिश कम हुई तो इन पुलों पर फिर से चलना संभव हो सकेगा. उन्होंने कहा कि, ताजा हालात से निपटने के लिए तहसीलदार और पुलिस ने कई गांवों में जाकर बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराई हैं.
कर्नाटक के कई इलाके जलमग्न
मंगलवार को अथानी, चिक्कोडी, कागवाड, सदलगा, निप्पानी में पुल अवरुद्ध होने वाले इलाकों का दौरा किया गया. नदी किनारे के कई गांवों का दौरा कर निरीक्षण किया गया है और एनडीआरएफ, फायर ब्रिगेड और पुलिस अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये गये हैं. वहीं, हुन्नरागी गांव के पास एक मगरमच्छ देखा गया है. जिसको लेकर लोगों को कृष्णा नदी बैकवाटर, वेदगंगा, दूधगंगा नदियों के पानी में प्रवेश नहीं करने को कहा गया है. भीमा शंकर गुलेदा ने कहा, भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसी स्थित और पानी में मगरमच्छ के होने से सभी को सावधान रहना चाहिए. वहीं, बाढ़ के कारण दत्तवाड़ा-मल्लिकावाड़ा पुल डूब गया है. फिलहाल जिले से महाराष्ट्र का सीधा संपर्क राष्ट्रीय राजमार्ग है. इसके अलावा विजयपुर जिले के रास्ते से लोगों को आवाजाही करनी पड़ रही है.
गर्भवती महिलाएं, बुजुर्गों पर ध्यान दें
वहीं, जिला पंचायत सीईओ राहुल शिंदे ने बारिश और बाढ़ की स्थिति को देखते हुए कहा कि,बाढ़ प्रभावित गांवों में गर्भवती महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों की जानकारी होनी चाहिए. यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि आंगनबाड़ियों और स्कूलों में खाद्य सामग्री का भंडार है या नहीं. लगातार हो रही बारिश और बाढ़ को देखते हुए आंगनबाड़ियों और स्कूलों में भी छुट्टियां दी गई हैं. इसी तरह, मवेशियों के आपातकालीन उपचार के लिए 30 एम्बुलेंस उपलब्ध कराए गए हैं. लोगों को बारिश के मौसम मेंसभी को उबला हुआ पानी पीने का सुझाव दिया गया है. दूसरी तरफ जिला कलेक्टर मोहम्मद रोशन ने कहा कि, 'अलमट्टी से 2 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जाएगा. जल संसाधन और राजस्व के दो अधिकारी कोयना जलाशय में हैं. उन्होंने कहा कि, राज्य के एक अधिकारी जतराट बैराज पर भी हैं. हम कोल्हापुर के अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में हैं.'