सारण:क्या कोई मां इतनी इतनी बेरहम हो सकती है, कि वो अपने बच्चे से इतना परेशान हो जाए कि उसकी हत्या कर दें. यकीन करना मुश्किल होगा, लेकिन बिहार की राजधानी पटना से करीब 70 किलोमीटर दूर सारण जिले में एक ऐसी ही घटना सामने आई है. मां ने कबूल किया है कि उसनी अपनी 22 दिन की बच्ची को अपने हाथों से मार डाला. इस खबर से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया है.
22 दिन की बेटी की हत्या :दरअसल, यह पूरा मामला सारण जिले के माधोपुर बड़ा गांव का है. पिछले दिनों बच्ची की मां नीरू देवी ने अपने 22 दिन के नवजात की गायब होने की सूचना तरैया थाना में दर्ज कराया था. बच्ची की मां ने अपने बयान में कहा था कि 'अज्ञात शख्स बच्ची को घर से उठाकर भाग गया'. इस शिकायत पर तरैया थाना पुलिस ने जांच शुरू की.
मां ने बच्ची को क्यों मार डाला? :इस बीच, डॉग स्क्वायड टीम की भी मदद ली गई लेकिन पुलिस के हाथ कुछ भी नहीं लगा. तरैया थाना अध्यक्ष आशुतोष कुमार सिंह और अपर थाना अध्यक्ष प्रवेश कुमार ने आरोपी की तलाश में छापेमारी की. घटना के 72 घंटे बीत चुके थे, तभी पुलिस की जांच बच्ची की मां पर जाकर अटक गई. जांच टीम ने बच्ची की मां नीरू देवी से सख्ती से पूछताछ की तो वो टूट गई, और अपना जुर्म कबूल कर लिया.
गला घोंटकर चावल के डिब्बे में छिपा दी लाश :पुलिस को दिए बयान में आरोपी मां नीरू देवी ने जो कुछ बताया वो चौंकाने वाला था. पुलिस के मुताबिक, महिला ने माना कि उसने ही ''अपनी 22 दिन की नवजात का गला दबाकर उसकी हत्या कर दी और उसके शव को घर के अंदर चावल के डिब्बे में छिपा दिया.''
इसलिए उठाया ये खौफनाक कदम :पुलिस ने जब महिला से पूछा कि उसने बच्ची की हत्या क्यों की, उसका जवाब सुनकर पुलिस हैरान रह गई. महिना ने अपने बयान में कहा कि, ''बच्ची प्रीमेच्योर पैदा हुई थी, यानी 36 सप्ताह पहले 7 महीने में ही हो गया था, जिससे वो काफी कमजोर थी. वो लगातार बीमार रह रही थी, मैं परेशान हो गई थी. इसलिए मैंने उसकी रूमाल से गला दबाकर हत्या कर दी.''
''बच्ची का जन्म 7 महीने में ही हो गया था. बच्ची प्रीमेच्योर थी, बीमार रहने के कारण बच्ची की मां ने नवजात की गला घोंटकर हत्या कर दी. बच्ची के शव को घर के अंदर ही चावल के डिब्बे में छुपा दिया था.''- डॉ कुमार आशीष, एसपी, सारण