वाराणसी:ज्ञानवापी के मूलवाद की सुनवाई बुधवार को वाराणसी के जिला एवं सत्र न्यायालय की फास्ट ट्रैक कोर्ट में होगी. इस मामले में पक्षकार बनाए जाने की जिरह पूरी हो चुकी है. सिविल जज सीनियर डिवीजन (एफटीसी) प्रशांत सिंह की कोर्ट इस पर सुनवाई करेगी. इस दौरान कोर्ट परिसर में अतिरिक्त पुलिस बल की भी तैनाती रहेगी. वहीं, ज्ञानवापी में संपूर्ण परिसर का सर्वे कराए जाने की भी मांग उठेगी. पक्षकार विजय शंकर रस्तोगी इस मांग को उठाएंगे. साथ ही सोमनाथ व्यास के नाती को पक्षकार बनाने के मामले में पुनर्विचार याचिका पर फैसला संभव है.
इस केस में सुनवाई के दौरान पिछले दिनों विवाद हुआ था. इसमें एक वकील ने दूसरे पर हमला कर दिया. मारपीट करते हुए उसे कोर्ट रूम से बाहर कर दिया था. ऐसे में सुरक्षा का खयाल रखा गया है और आज कोर्ट रूम में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है. आज ही ज्ञानवापी के 1991 के प्राचीन मूर्ति स्वयंभू ज्योतिर्लिंग मामले में वादी रहे सोमनाथ व्यास के नाती को पक्षकार बनाने के मामले में पुनर्विचार याचिका पर फैसला संभव है. व्यास तहखाने में पूजा का अधिकार पाने के बाद शैलेंद्र पाठक ने खुद को मूल वाद में पक्षकार बनाए जाने की मांग की है.
पक्षकार बनाए जाने पर फैसला संभव:ज्ञानवापी मामले से जुड़े मूलवाद में सिविल जज सीनियर डिवीजन (एफटीसी) प्रशांत सिंह की कोर्ट इस पर सुनवाई करेगी. पक्षकार बनाए जाने को लेकर सुनवाई जारी है. यह सुनवाई आदिविश्वेश्वर के वाद में शैलेंद्र पाठक और जैलेंद्र पाठक को पक्षकार बनाने की अपील पर हो रही है. कोर्ट ने इस मामले में दोनों पक्षों की दलील मांगी थी. वहीं, वाद मित्र विजय शंकर रस्तोगी की ओर से पक्षकार बनने की अर्जी दाखिल की गई थी. इसका मुस्लिम पक्ष ने विरोध किया था. इस पूरे मामले की सुनवाई करते हुए जज ने 15 मई की तारीख तय की थी. माना जा रहा है कि आज इस मामले में फैसला संभव है.
संपूर्ण सर्वे करने की अर्जी पर होगी बहस:आज कोर्ट में हो रही सुनवाई में पक्षकार विजय शंकर रस्तोगी ज्ञानवापी में संपूर्ण परिसर का सर्वे करने की मांग करेंगे. प्रार्थना पत्र संख्या-432 पर 1991 के वाद में संपूर्ण सर्वे करने की अर्जी पर भी बहस होगी. उन्होंने पिछली सुनवाई में दलील दी थी, कि हाईकोर्ट ने 6 माह में मुकदमे का निस्तारण करने के आदेश दिए हैं. ऐसे में इसे जल्द ही पूरा किया जाए. ज्ञानवापी परिसर की आराजी नंबर-9130 का एएसआई सर्वे हो गया है, जबकि आदि विश्वेश्वर की आराजी में रकबा नंबर- 9131 और 32 में स्थिति जानने का भी सर्वे हो जाना चाहिए.
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