देहरादून: एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट के कार्यालय में आज दीप्ति रावत से पारिवारिक संपत्तियों से जुड़े सवाल किया जा रहे हैं. दीप्ति रावत पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत की पत्नी हैं और वह पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष भी रह चुकी हैं. दरअसल पाखरो टाइगर सफारी मामले में ईडी जांच कर रही है. इसी सिलसिले में उसने हरक सिंह रावत के साथ ही उनकी पत्नी उनके बेटे और उनकी बहू को भी पूछताछ के लिए समन भेजा है. हालांकि हरक सिंह रावत पहले ही एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट को राजनीतिक कारणों से अपनी व्यस्तता के कारण एक महीने का वक्त मांग चुके हैं, लेकिन इसके बावजूद ईडी उन्हें पूछताछ हेतु पेश होने के लिए दो बार समन जारी कर चुकी है.
दूसरी तरफ दीप्ति रावत आज देहरादून स्थित एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट के कार्यालय में पहुंचीं. सुबह ठीक 10:15 पर वह ED के कार्यालय पहुंचीं. यहां बताया जा रहा है कि उनसे छापेमारी के दौरान ईडी को मिले दस्तावेजों के आधार पर पूछताछ हो रही है. साथ ही उनके द्वारा कमाई गई संपत्तियों की भी जानकारी ईडी ले रही है.
इससे पहले हरक सिंह रावत की करीबी लक्ष्मी राणा से भी ईडी पूछताछ कर चुकी है. इस दौरान छापेमारी में मिले लॉकर और गहनों की जानकारी उनसे ली गई. साथ ही उनके नाम पर मौजूद विभिन्न संपत्तियों की खरीद के बारे में भी पूछा गया. बताया जा रहा है कि ईडी को जो दस्तावेज मिले हैं, उन सभी की जानकारी लक्ष्मी राणा ने इनकम टैक्स में दी हुई है. ऐसे में फिलहाल उन पर कानूनी शिकंजा मजबूत होता नहीं दिख रहा है. हालांकि इसके अलावा भी कई मामलों में लक्ष्मी राणा के पूछताछ हुई है.
फिलहाल सभी की नजर हरक रावत पर है जो कि पिछले करीब एक हफ्ते से दिल्ली में बने हुए हैं. आने वाले दिनों में भी राजनीतिक कार्यक्रमों के कारण व्यस्त रहेंगे और इसीलिए उन्होंने एक महीने का वक्त मांगा है. हरक सिंह रावत के PRO विजय चौहान ने ईटीवी भारत से बात करते हुए दीप्ति रावत के एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट के कार्यालय में पहुंचने की बात की पुष्टि की है.
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