अहमदाबाद: गुजरात के अहमदाबाद में पुलिस ने शनिवार को साबरमती इलाके में हुए पार्सल बम विस्फोट के सिलसिले में दो और लोगों को गिरफ्तार किया है. शनिवार की सुबह हुआ यह विस्फोट 44 वर्षीय रूपेन राव द्वारा रची गई बदला लेने की साजिश का नतीजा था. वह अपनी अलग रह रही पत्नी के परिवार से बदला लेना चाहता था. पुलिस ने राव की पहचान हमले के पीछे के मास्टरमाइंड के रूप में की है.
हमले में उसकी पत्नी के दोस्त बलदेव सुखाड़िया के साथ ही सुखाड़िया के पिता और भाई को निशाना बनाया गया था. अधिकारियों के अनुसार अपनी पत्नी को तलाक देने की प्रक्रिया में राव उन लोगों से बदला लेने के लिए जुनूनी हो गया था, जिन्हें उसने अपने अलगाव के लिए जिम्मेदार ठहराया था. उसकी साजिश में घर में बने बम और फायरआर्म्स का इस्तेमाल शामिल था, जिन्हें उसने कथित तौर पर ऑनलाइन बनाना सीखा था.
कब हुआ विस्फोट?
बता दें कि विस्फोट शनिवार को सुबह करीब 10.45 बजे साबरमती के एक रो हाउस में बम विस्फोट हुआ था. इसमें दो लोग घायल हो गए. विस्फोट के बाद पुलिस ने तुरंत गौरव गढ़वी को गिरफ्तार कर लिया, जो घटनास्थल पर पाया गया. इसके बाद पुलिस ने टेक्निकल सर्विलांस का उपयोग करके गहन जांच की, जिसके परिणामस्वरूप शनिवार रात राव और उसके साथी रोहन रावल को गिरफ्तार कर लिया गया.
पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) भरत राठौड़ ने पुष्टि की कि राव और रावल कई महीनों से हमले की योजना बना रहे थे. राठौड़ ने बताया, "राव पिछले तीन-चार महीनों से ऑनलाइन संसाधनों के जरिए बम और फायर आर्म्स बनाना सीख रहा था. उसका लक्ष्य सुखाड़िया और उसके ससुराल वालों को नुकसान पहुंचाना था. साथ ही वह अपनी पत्नी के परिवार के साथ दरार पैदा करके उसे भावनात्मक रूप से अलग-थलग करना था."
बम, बंदूकें और एक भयानक साजिश
गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने संदिग्धों से जुड़ी एक कार से दो जिंदा बम बरामद किए. सल्फर पाउडर, बारूद और इलेक्ट्रॉनिक सर्किट से बने बमों को दूर से ही विस्फोट करने के लिए बनाया गया था. इसके अलावा, पुलिस को एक देसी पिस्तौल और गोला-बारूद भी मिला. इसे भी राव ने खुद ही बनाया था.बम का पता लगाने और उसे नष्ट करने वाले दस्ते (BDDS) ने बमों को तुरंत निष्क्रिय कर दिया, जिससे और अधिक हताहत होने से बचा जा सका.