सरकार ने बुलाई सर्वदलीय बैठक, पहुंचे कई नेता - All Party Meeting
Government Convenes All-Party Meeting: केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू संसद के बजट सत्र से पहले आज संसद के दोनों सदनों के नेताओं के साथ बैठक की. बैठक में कई विपक्षी दलों के सांसद शामिल हुए.
नई दिल्ली:संसद का बजट सत्रसोमवार से शुरू होने जा रहा है. इससे पहले सरकार ने रविवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई. बैठक में कई दिग्गज नेता पहुंचे है. चर्चा है कि बैठक के दौरान सरकार ने संसद के दोनों सदनों के सुचारू संचालन को सुनिश्चित करने के लिए सभी राजनीतिक दलों से सहयोग मांगी.
संसद का बजट सत्र सोमवार से शुरू होगा और मंगलवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण लोकसभा में केंद्रीय बजट 2024-25 पेश करेंगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का यह पहला बजट होगा. पिछले महीने संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा था कि यह बजट सरकार की दूरगामी नीतियों और भविष्य के विजन का प्रभावी दस्तावेज होगा. संसद के बजट सत्र में सरकार छह नए विधेयक पेश कर सकती है.
कांग्रेस के प्रमोद तिवारी हुए शामिल:
लोकसभा में कांग्रेस पार्टी के उपनेता गौरव गोगोई और राज्यसभा में उपनेता प्रमोद तिवारी रविवार को बजट सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक में भाग लेंगे. संसदीय कार्य मंत्रालय ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू संसद के दोनों सदनों में राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ बैठक करेंगे. सर्वदलीय बैठक 21 जुलाई को सुबह 11 बजे मुख्य समिति कक्ष, संसदीय सौध में होगी. संसद का बजट सत्र 22 जुलाई से शुरू होगा. यह सत्र 12 अगस्त को समाप्त हो सकता है.
इससे पहले 16 जुलाई को नॉर्थ ब्लॉक में हलवा समारोह का आयोजन किया गया. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, राज्य मंत्री पंकज चौधरी समेत कई वरिष्ठ सचिव इसमें शामिल हुए. यह आयोजन 2024-25 के पूर्ण बजट की तैयारी का प्रतीक है.
हर साल बजट तैयार करने की 'लॉक-इन' प्रक्रिया शुरू होने से पहले एक पारंपरिक हलवा समारोह आयोजित किया जाता है. हलवा समारोह नॉर्थ ब्लॉक में एक बड़ी 'कड़ाही' में भारतीय मिठाई तैयार करने की प्रक्रिया है. वित्त मंत्री औपचारिक रूप से 'कड़ाही' में पक रही हलवा को चलातीं है. आम तौर पर बजट बनाने की प्रक्रिया में शामिल सभी लोगों के बीच हलवा परोसा जाता है. यह परंपरा वित्त मंत्रालय के सभी अधिकारियों की कड़ी मेहनत को स्वीकार करने का एक तरीका भी है. हलवा समारोह संसद में प्रस्तुति से पहले सभी बजट दस्तावेजों को छापने की प्रक्रिया की शुरुआत करता है.