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गया धाम में पितृ पक्ष मेला की दिव्यता से अभिभूत हुए फ्रांस के राजदूत, पिंडदान के बारे में विस्तार से जाना - Pitru Paksha Mela 2024 - PITRU PAKSHA MELA 2024

French Ambassador Bihar visit विश्व प्रसिद्ध मोक्ष नगरी गया धाम में चल रहे पितृपक्ष मेले के दौरान फ्रांस के राजदूत भी पहुंचे और पिंडदान, श्राद्ध व तर्पण के कर्मकांडों को देखने के साथ पितृ पक्ष की गहराई को समझने की इच्छा जाहिर की. पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए किए जाने वाले इस विशेष अनुष्ठान की महत्ता जानने के लिए राजदूत ने स्थानीय प्रशासन से चर्चा की, जहां डीएम ने विस्तार से पितरों को तर्पण देने की परंपरा और इसके महत्व को समझाया. पढ़ें, विस्तार से.

French Ambassador
फ्रांस के राजदूत. (ETV Bharat)

By ETV Bharat Bihar Team

Published : Sep 21, 2024, 7:19 PM IST

गया : बिहार के गया में विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेला चल रहा है. पितृपक्ष मेले में अब तक करीब 3 लाख तीर्थ यात्री आ चुके हैं. विदेशी यात्री भी बड़ी संख्या में इसे समझने और देखने आते हैं. भारत में फ्रांस के राजदूत थिएरी मथौ मोक्ष भूमि गयाजी धाम में पितृपक्ष को जानने और समझने पहुंचे. गया जी की महत्वपूर्ण पिंड वेदी सीताकुंड पहुंचकर उन्होंने पिंडदान श्राद्ध और तर्पण कर्मकांड को नजदीक से देखा. इससे जुड़ी महत्वपूर्ण बातों को जानने की कोशिश की.

बिहार दौरे पर हैं फ्रांसीसी राजदूतः फ्रांस के राजदूत थिएरी मथौ 19 सितंबर से 22 सितंबर तक बिहार के दौरे पर हैं. मोक्ष भूमि गया में मौजूद थे. यहां पितृपक्ष मेला चल रहा है. बड़ी संख्या में लोग पिंडदान कर रहे हैं. लोगों का उत्साह देखकर फ्रांसीसी राजदूत ने पितृ पक्ष मेला को नजदीक से देखने की इच्छा जतायी. वह देखना चाहते थे, कि सरकार और प्रशासन द्वारा पितृपक्ष मेला की तैयारी कैसे करते हैं.

पितृ पक्ष मेला देखने पहुंचे फ्रांस के राजदूत. (ETV Bharat)

पिंडदान के बारे में विस्तार से जानाः इसके बाद फ्रांसीसी राजदूत, गया जिला पदाधिकारी डा. त्यागराजन एसएम के साथ सीताकुंड पिंडवेदी पहुंचे. सीताकुंड पहुंचकर फ्रांसीसी राजदूत ने पिंडदान श्राद्ध और तर्पण कर्मकांड को नजदीक से देखा. उन्होंने पिंडदान श्राद्ध और तर्पण कर्मकांड को नजदीक से देखा. उन्हें बताया गया कि पितरों के निमित्त किस तरह से यह कर्मकांड करते हैं. इसका धार्मिक महत्व क्या है. फ्रांसीसी राजदूत ने विस्तार से मोक्ष भूमि गया जी में पिंडदान, श्राद्ध व तर्पण के बारे में जाना.

पिंडदान देख प्रभावित हुए फ्रांसीसी राजदूतः गयाजी धाम में नजदीक से पिंडदान श्राद्ध और तर्पण कर्मकांड देखकर फ्रांसीसी राजदूत काफी प्रभावित हुए. इन चीजों को जानकर प्रसन्नता भी जाहिर की. पितरों के मोक्ष की कामना को लेकर पिंडदानी किस प्रकार से पिंडदान श्राद्ध और तर्पण कर्मकांड करते हैं, इसे बखूबी जाना. विश्व प्रसिद्ध पितृ पक्ष मेले में गया जी धाम में पूर्वजों के निमित्त पिंडदान के बारे में जानकारी फ्रांसीसी राजदूत काफी प्रसन्न दिखे और प्रभावित भी हुए.

गया में फ्रांस के राजदूत को मेले की जानकारी देते डीएम. (ETV Bharat)

अब फल्गु में सालों भर रहता पानीः डीएम डॉक्टर त्यागराजन एसएम ने फ्रांसीसी राजदूत को बताया कि यहां देश और विदेश के कोने-कोने से तीर्थयात्री आते हैं. राज्य सरकार और जिला प्रशासन द्वारा पिंडदानियों की सुविधा के लिए कई तरह की व्यवस्था की जाती है. पहले श्रद्धालु नदी में बालू में बैठकर पिंडदान करते थे, अब एक किलोमीटर के दायरे में फल्गु नदी में गया जी डैम में पानी है. 2022 में गया जी डैम का निर्माण कराया गया था. अब एक किलोमीटर के दायरे में फल्गु नदी में सालों भर पानी रहता है.

डीएम से बात करते फ्रांस के राजदूत. (ETV Bharat)

श्रद्धालुओं को दिया जा रहा गंगाजलः डीएम ने बताया कि तीर्थ यात्रियों को देवघाट से सीताकुंड जाने के लिए काफी लंबा रास्ता तय करना पड़ता था, लेकिन अब पाथ वे बनाया गया है. सीतापद का भी निर्माण कराया गया, जिससे तीर्थयात्री अब आसानी से देवघाट से सीताकुंड जा सकते हैं. डीएम ने फ्रांसीसी राजदूत को बताया कि पिंडदानियों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है. इसलिए राज्य सरकार नई-नई व्यवस्था कर रही है. इस वर्ष तीर्थ यात्रियों को गंगाजल दिया जा रहा है.

पितृ पक्ष मेले को देखते फ्रांस के राजदूत. (ETV Bharat)

फ्रांसीसी राजदूत ने आभार प्रकट कियाः व्यवस्था को देखकर फ्रांसीसी राजदूत ने तीर्थ यात्रियों की ओर से बिहार सरकार के प्रति आभार प्रकट किया. जिला पदाधिकारी को कहा कि इतनी बड़ी भीड़ को कंट्रोल करना बहुत बड़ी बात है. फ्रांसीसी राजदूत ने काफी प्रशंसा व्यक्त की और सफल तरीके से मेला संपन्न होने के लिए शुभकामनाएं दी. इस मौके पर फ्रांस के राजदूत के अलावा डीएम डॉक्टर त्यागराजन एसएम, सिटी एसपी प्रेरणा कुमार आदि मौजूद रहे.

"भारत में फ्रांस के राजदूत थिएरी मथौ ने पितृपक्ष मेला और पिंडदान श्राद्ध तर्पण कर्मकांड को नजदीक से देखने और जानने की इच्छा जाहिर की. इसके बाद सीता कुंड पिंडवेदी पर जाकर उन्होंने पिंडदान श्राद्ध और तर्पण कर्मकांड को समझा और जाना. काफी प्रसन्न हुए. व्यवस्था की तारीफ की."- डॉक्टर त्यागराजन एसएम, डीएम

फ्रांस के राजदूत के साथ रही टीम. (ETV Bharat)

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