देहरादून: उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री के साथ-साथ पूर्व केंद्रीय कैबिनेट मंत्री रहे रमेश पोखरियाल निशंक की बेटी आरुषि निशंक भी ठगी का शिकार हो गई. देहरादून पुलिस को दी गई शिकायत में आरुषि ने बताया कि उनके साथ फिल्म में अभिनेत्री का रोल देने और ज्यादा मुनाफा कमाने का झांसा देकर करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी की गई है. इस मामले में देहरादून शहर कोतवाली में पुलिस ने मुंबई के दो प्रोड्यूसर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है.
पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक की बेटी आरुषि निशंक ने इस मामले में पुलिस को तहरीर दी है. तहरीर में आरुषि निशंक ने बताया है कि वो फिल्मों का निर्माण और एक्टिंग का काम अपनी एक साझेदारी फर्म हिमश्री फिल्म्स के माध्यम से काम करती है. आरोप है कि फिल्म के सिलसिले में ही मुंबई जुहू महाराष्ट्र निवासी दो लोगों ने आरुषि निशंक से देहरादून में उनके घर पर मुलाकात की थी.
यहां से हुई ठगी की शुरुआत: आरुषि निशंक की शिकायत के मुताबिक, दोनों ने अपना परिचय डायरेक्टर बताते हुए दिया था और बताया था कि वो हाल ही में एक फिल्म का निर्माण करने जा रहे हैं. इस फिल्म में एक अन्य अभिनेत्री का भी प्रमुख रोल है. यदि इस रोल को आरुषि करेंगी तो उन्हें फिल्म जगत में अत्यधिक ख्याति और मुनाफा प्राप्त होगा. लेकिन एक शर्त ये थी कि ये रोल तभी मिलेगा जब आरुषि इस फिल्म में पांच करोड़ रुपए खुद की फर्म से या अपने किसी जानकार से इन्वेस्ट कराएंगी.
15 करोड़ मुनाफे का किया वादा: आरुषि निशंक का आरोप है कि आरोपियों ने उनको कहा था कि इस इंवेस्टमेंट में उसकी फर्म या उनका बीस प्रतिशत मुनाफा होगा, जो कि करीब 15 करोड़ रुपए बैठेगा. दोनों ने आरुषि निशंक को कहा कि वो अपने महत्वपूर्ण रोल की स्क्रिप्ट खुद अपनी इच्छा से फाइनल करेंगी और उनकी संतुष्टि अनुसार ही रोल कराया जाएगा. आरोपियों ने आरुषि को यहां तक कहा था कि यदि वो अपने रोल से संतुष्ट नहीं हुईं तो उनकी पांच करोड़ रुपये की धनराशि 15 प्रतिशत वार्षिक ब्याज के साथ वापस लौटा दी जाएगी.
आरोपियों ने आरुषि से लिए चार करोड़ रुपए: इस शर्त पर आरुषि निशंक ने दोनों की बात मान ली. इसके बाद 9 अक्टूबर 2024 को आरोपियों और आरुषि निशंक की फर्म हिमश्री फिल्म्स के बीच में एमओयू साइन हुआ. अगले दिन 10 अक्टूबर को आरोपियों ने दो करोड़ रुपए लिए. इसके कुछ दिन बाद एमओयू की शर्तों के विपरीत जाकर अलग-अलग तरह के बहाने बनाकर 27 अक्टूबर 2024 को 25 लाख रुपए, 30 अक्टूबर 75 लाख रुपए और 19 नवंबर को एक करोड़ रुपए ले लिए गए. आरोप है कि आरुषि निशंक ने कुल चार करोड़ रुपए दिए.