गुवाहाटी: असम लगातार भारी बारिश के कारण आई बाढ़ और भूस्खलन के कारण आम जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. बारिश के कारण बाढ़ की वजह से लोगों नए सिरे से परेशानी का सामना कर रहा है. वहीं भारी बारिश और बाढ़ की वजह से राज्य के कई इलाकों में परिवहन सेवा बाधित हो गई है. भारी बारिश की वजह से राज्य की प्रमुख नदियां बराक और ब्रह्मपुत्र समेत इसकी सहायक नदियों में बाढ़ आ गई है. वहीं मौसम विभाग का अनुमान है कि, असम और अन्य पूर्वोत्तर राज्यों में अगले 4 से 5 दिनों तक भारी बारिश से होती रहेगी. जिसके कारण असम में बाढ़ की स्थिति और ज्यादा खतरनाक हो सकती है.
असम में बारिश और बाढ़ का कहर
वहीं, बराक घाटी के तीन जिले असम के अन्य हिस्सों से भूमि और रेल मार्ग से पूरी तरह से कटे हुए हैं और नदी का स्तर तेजी से बढ़ रहा है, जिससे नदी किनारे रहने वाले निवासियों में दहशत फैल गई है. राज्य में इस साल अब तक बाढ़ से मरने वालों की संख्या 25 हो गई है. असम के 7 जिले, 93 गांव बाढ़ से ग्रसित हैं. वहीं कई क्षेत्र पानी में डूबे हुए हैं. बाढ़ के कारण आसपास के जंगलों से जंगली जानवरों का भी खतरा बना हुआ है. यहां जानवरों के हमले भी एक बड़ी समस्या बनी हुई है. वहीं, मानस नदी चेतावनी स्तर को पार कर गई है लेकिन फिलहाल खतरे के निशान से नीचे है.
नदियों में बाढ़ से असम में बिगड़ सकते हैं हालात?
केंद्रीय जल आयोग ने चेतावनी दी है कि जारी मानसूनी बारिश के कारण आने वाले दिनों में राज्य की कई नदियों और सहायक नदियों में जलस्तर तेजी से बढ़ने की संभावना है. असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के रविवार रात जारी सूचना के अनुसार, 93 असम के 7 जिलों के गांवों में इस समय बाढ़ आ गई है. बाढ़ग्रस्त जिलों में बक्सा, बारपेटा, बोंगाईगांव, धेमाजी, गोलपारा, करीमगंज और दक्षिण सालमारा शामिल हैं. वहीं करीमगंज सबसे अधिक प्रभावित जिला है, जहां 77 गांव पानी में डूबे हुए हैं. वहीं, असम के बोंगाईगांव, धेमाजी और गोलपारा में कुल मिलाकर बाढ़ से प्रभावित 12 गांव (प्रत्येक में 4) हैं. दक्षिण सलमारा में 2 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं, जबकि बारपेटा और बक्सा में प्रत्येक में 1 गांव बाढ़ से फिलहाल प्रभावित है. बाढ़ से अब तक लगभग 6000 लोग प्रभावित हुए हैं. अकेले करीमगंज जिले में, लगभग 1000 बाढ़ प्रभावित लोगों ने राहत शिविरों में शरण ली है.
करीमगंज और धेमाजी जिलों में गंभीर स्थिति
एएसडीएमए आंकड़ों के अनुसार, करीमगंज और धेमाजी जिलों के 81 से अधिक गांवों में बाढ़ आ गई है. करीमगंज में 77 गांव जलमग्न हैं, जबकि धेमाजी में 4 गांव पानी में डूबे हुए हैं. करीमगंज में 2231 और धेमाजी में 729 से ज्यादा लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. करीमगंज में स्थानीय लोग बाढ़ पीड़ितों को बचाने के लिए 8 नावों का उपयोग कर रहे हैं.