श्रीनगर:जम्मू- कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश का पहला विधानसभा सत्र आज श्रीनगर में आयोजित किया जा रहा है. आज जम्मू-कश्मीर विधानसभा के लिए स्पीकर का चुनाव हो गया. नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के वरिष्ठ नेता अब्दुल रहीम राथर इस पद के लिए चुने गए. वह 1977 से ही राजनीति का हिस्सा रहे हैं.
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने विधानसभा अध्यक्ष चुने जाने पर अब्दुल रहीम राथर को बधाई दी. मुख्यमंत्री ने कहा, 'पूरे सदन की ओर से मैं आपको बधाई देता हूं. आपके अध्यक्ष चुने जाने पर किसी ने आपत्ति नहीं की. अब आप इस सदन के संरक्षक बन गए हैं.'
जम्मू-कश्मीर में सोमवार को नई सरकार के पहले विधानसभा सत्र से पहले सरकार में शामिल नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस गठबंधन के सहयोगियों ने आज अध्यक्ष पद के लिए उम्मीदवार के नामांकन के लिए विधायक दल की बैठक की. विधानसभा सचिव मनोज कुमार पंडित द्वारा जारी की गई अधिसूचना के अनुसार पूर्व सदस्यों और हस्तियों की याद को लेकर 5 नवंबर को रिजर्व रखा गया है. चिंतन के लिए एक पारंपरिक विराम है. अगले दो दिन उपराज्यपाल के अभिभाषण का विश्लेषण और उस पर प्रतिक्रिया देने के लिए समर्पित होंगे जबकि मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला 8 नवंबर को चर्चाओं का समापन करेंगे.
सत्र की पूर्व संध्या पर पार्टी नेता रणनीतियों को अंतिम रूप देने के लिए एकत्र हुए. एनसी, कांग्रेस, सीपीआई (एम), आम आदमी पार्टी (आप) और एनसी का समर्थन करने वाले पांच निर्दलीय विधायकों सहित प्रमुख राजनीतिक खिलाड़ी एक साथ आए. सभा की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने आगामी बहस और निर्णयों के लिए गठबंधन सहयोगियों के बीच एकजुटता के महत्व पर जोर दिया.
एजेंडे में 5 अगस्त 2019 के विवादास्पद परिवर्तनों पर पुनर्विचार का कोई उल्लेख नहीं है. इसके तहत जम्मू- कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा दिया गया था और अनुच्छेद 370 और 35ए को निरस्त कर दिया गया था.