जोरहाट: असम में अक्सर मानव-हाथी के बीच संघर्ष देखने को मिलता है. इसमें हाथी कई बार गांवों में घुसकर नुकसान पहुंचाते हैं, लेकिन अनजाने में इंसान भी उनको नुकसान पहुंचा देते हैं. हालांकि, जोरहाट जिले के तीताबोर उपखंड में एक घटना में मानव स्वभाव का एक अलग पक्ष सामने आया. इस घटना में ग्रामीणों का एक समूह एक गहरे तालाब में फंसी एक मादा हाथी समेत चार बच्चों को बचाने के लिए एक साथ आया.
यह घटना जोरहाट के चामगुरी खमजांगिया इलाके तीताबर में घटी. बताया जाता है कि ये हाथी, कम से कम 60 सदस्यों वाले झुंड का हिस्सा थे, जो भोजन की तलाश में गिब्बन वन्यजीव अभयारण्य से बाहर निकले थे.
इसी दौरान बुधवार शाम को ये कीचड़ भरे तालाब में फंस गए. हाथी के बच्चे अपनी मां के साथ चारा चरते समय झुंड से अलग हो गए थे. वहीं हाथियों की परेशान करने वाली आवाज सुनकर ग्रामीण सतर्क हो गए और घटनास्थल पर पहुंचे. हालांकि कड़ाके की ठंड के बावजूद ग्रामीणों ने तालाब को खाली करने और फंसे हुए हाथियों को बचाने के लिए अथक प्रयास किया.