मुंबई:महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री पद के लिए दावेदारी की अटकलों के बीच एकनाथ शिंदे के बेटे श्रीकांत शिंदे ने कहा कि वह राज्य में किसी भी मंत्री पद की दौड़ में नहीं हैं. उन्होंने सोमवार को कहा कि उन्हें सत्ता में किसी पद की कोई इच्छा नहीं है.
श्रीकांत शिंदे ने माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में महाराष्ट्र की नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में हो रही देरी पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि कार्यवाहक मुख्यमंत्री माननीय एकनाथ शिंदे तबीयत खराब होने के कारण दो दिन के लिए गांव गए और आराम किया. इसलिए अफवाहें फैल गईं.
'सभी खबरें निराधार'
उन्होंने आगे कहा कि पिछले दो दिनों से यह खबर सवालिया निशान के साथ दी जा रही है कि मैं उपमुख्यमंत्री बनूंगा. वास्तव में इसमें कोई सच्चाई नहीं है और मेरे उपमुख्यमंत्री बनने की सभी खबरें निराधार और बेबुनियाद हैं.
शिवसेना के लिए काम करेंगे
श्रीकांत ने कहा, "लोकसभा चुनाव के बाद भी मुझे केंद्र सरकार में मंत्री बनने का मौका मिला था, लेकिन पार्टी संगठन के लिए काम करने की सोच कर मैंने तब भी मंत्री पद से इनकार कर दिया था. मुझे सत्ता में किसी पद की कोई चाहत नहीं है. मैं एक बार फिर स्पष्ट कर देता हूं कि मैं राज्य में किसी भी मंत्री पद की दौड़ में नहीं हूं. वह केवल अपने लोकसभा क्षेत्र और शिवसेना के लिए काम करेंगे."
श्रीकांत शिंदे महाराष्ट्र के कल्याण लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं. बता गदें कि भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए, जिसे महायुति के नाम से भी जाना जाता है, को राज्य चुनावों में भारी जीत मिलने के एक सप्ताह से भी अधिक समय बाद महाराष्ट्र की नई सरकार को शपथ ग्रहण करना बाकी है.
इससे पहले रविवार को भारतीय जनता पार्टी (BJP) के एक नेता ने दावा किया कि पार्टी नेता और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को शीर्ष पद के लिए अंतिम रूप दिया गया है, जिसके लिए निवर्तमान और कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे भी दावेदार थे.
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