नई दिल्ली : डीएमके नेता ए. राजा ने एक बार फिर से विवादास्पद बयान दिया है. उन्होंने कहा कि भारत राष्ट्र नहीं है. उन्होंने यह भी कहा कि जिसको कहना है कह दो, हम सब राम के दुश्मन हैं.
ए. राजा का यह बयान उस समय आया है, जब सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन को कड़ी फटकार लगाई है. स्टालिन ने सनातन धर्म की तुलना मलेरिया से की थी. मामले की सुनवाई करते हुए कोर्ट ने कहा कि बयान देने से पहले स्टालिन को इसके असर के बारे में सोचना चाहिए था, क्योंकि वह आम आदमी नहीं हैं. सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट रूप से कहा कि स्टालिन ने अभिव्यक्ति की आजादी का दुरुपयोग किया.
स्टालिन के बाद अब ए. राजा ने हिंदू धर्म और भारत, दोनों पर अजीबो-गरीब बयान जारी किया है. राजा ने कहा कि अगर कोई यह कहे कि ये आपके ईश्वर हैं, तो हम उसे स्वीकार नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि अगर कोई भारत माता की जय कहने के लिए कहे, तो हम इसे भी नहीं कहेंगे.
पूर्व केंद्रीय मंत्री ए राजा ने कहा कि अगर किसी को दिक्कत है, तो कह दो, हम सब राम के दुश्मन हैं, हमें न तो रामायण और न ही राम पर विश्वास है. उन्होंने हनुमान को 'बंदर' बताया. राजा ने 'जयश्री राम' के नारे को भी सही नहीं बताया.
डीएमके नेता ए राजा ने कहा कि तमिल एक राष्ट्र और एक देश है. इसी तरह से मलयालम एक राष्ट्र और एक देश है. उन्होंने कहा कि इसी तरह से दूसरे राज्यों के बारे में कह सकते हैं, यानि उड़िया एक राष्ट्र, एक भाषा और एक देश है. और इन सबसे मिलकर हमारा भारत बना है, लिहाजा भारत को देश नहीं कह सकते हैं, बल्कि एक उप-महाद्वीप कहेंगे.