शिवमोगा: भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने दिग्गज नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री केएस ईश्वरप्पा के बेटे के ई कांतेश को हावेरी लोकसभा से टिकट नहीं दिया, जिसके बाद ईश्वरप्पा ने पार्टी के खिलाफ बगावत कर दी. उन्होंने शिवमोगा निर्वाचन क्षेत्र से निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैासला किया है. इतना ही नहीं ईश्वरप्पा पूर्व सीएम बीएस येदियुरप्पा और उनके बेटों के खिलाफ खुलेआम बयानबाजी भी कर रहे हैं. इस बीच उन्होंने शिवमोगा में प्रचार भी शुरू कर दिया है.
ईश्वरप्पा के इस कदम की राज्यभर में चर्चा हो रही है. उनकी विद्रोह के कारण बीजेपी को शर्मिंदगी भी उठानी पड़ रही है. नामांकन पत्र वापस लेने की समय सीमा तक चुप रहने वाली बीजेपी ने सोमवार को केएस ईश्वरप्पा को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया. इसके साथ ही उनका पार्टी से 40 साल पुराना नाता खत्म हो गया.
गौरतलब है कि शिवमोगा लोकसभा क्षेत्र से बीजेपी से मौजूदा सांसद बी वाई राघवेंद्र और कांग्रेस से गीता शिवराजकुमार चुनावी मैदान में हैं. वहीं, ईश्वरप्पा निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर बीजेपी और कांग्रेस दोनों को चुनौती देंगे.
निर्दलीय लड़कर दिखाएंगे दम:इससे पहले बीजेपी आलाकमान के आदेश पर ईश्वरप्पा ने पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में शिवमोगा विधानसभा क्षेत्र छोड़ दिया था और पार्टी की बात मानी थी. वहीं, इस बार वह बीजेपी उम्मीदवार के खिलाफ चुनाव लड़कर अपनी ताकत दिखाने जा रहे हैं.