नई दिल्ली:दिल्ली विधानसभा चुनावकी तारीखों का ऐलान मंगलवार को कर दिया गया है. मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने आज दोपहर 2 बजे प्रेस कांफ्रेंस कर दिल्ली विधानसभा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा की. मुख्य चुनाव आयुक्त के मुताबिक, दिल्ली में एक चरण में 5 फरवरी को वोटिंग होगी, जबकि नतीजे 8 फरवरी को घोषित किए जाएंगे. वहीं, चुनाव आयोग ने नामांकन प्रक्रिया 10 जनवरी से शुरू करने का फैसला किया है.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि दिल्ली में देश के सभी राज्यों के लोग रहते हैं. उन्होंने कहा कि पूरी उम्मीद है कि दिल्ली के लोग इस बार ज्यादा से ज्यादा वोट करेंगे. बता दें, कि दिल्ली की 70 सदस्यीय विधानसभा का कार्यकाल 23 फरवरी को समाप्त हो रहा है.
''लोग मतदान अधिकारियों को धमकाने की हद तक भी चले जाते हैं, लेकिन हम खुद को नियंत्रित रखते हैं क्योंकि इससे समान अवसर का अभाव होता है. स्टार प्रचारकों और राजनीतिक अभियानों में शामिल लोगों का कर्तव्य है कि वे शिष्टाचार का ध्यान रखें. अगर कोई महिलाओं के बारे में कुछ कहता है, तो हम बहुत-बहुत कठोर व्यवहार करेंगे, यह हमारी चेतावनी है.''- राजीव कुमार, मुख्य चुनाव आयुक्त
दिल्ली में एक चरण में होगा मतदान:मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया, "दिल्ली विधानसभा चुनाव 5 फरवरी को एक चरण में होगा. चुनाव के नतीजे 8 फरवरी को जारी किए जाएंगे. उन्होंने ये भी कहा कि एक फरवरी को संसद में बजट पेश होना है, आज ही कैबिनेट सचिव को चिट्ठी लिखेंगे कि दिल्ली से संबंधित कोई भी घोषणा न करें. दिल्ली में सभी 70 सीटों पर मतदान होना है.
''यह मेरी आखिरी प्रेस कांफ्रेंस है तो वोटरों से अपील है कि वो लोकतंत्र की बगिया महकाए रहें. वर्ष 2024 में कुल 8 चुनाव हुए, जिसमें काफी रिकॉर्ड बने. देश मे हमारे कुल 99 करोड़ वोटर हैं. जिसमें महिलाओं की संख्या 48 करोड़ से अधिक हो गयी है. दिल्ली की अपनी विरासत है, यहां विविधता का एक अलग नजारा दिखता है. दिल्ली दिल से वोट करेगी हमें यह उम्मीद है.''-मुख्य चुनाव आयुक्त, राजीव कुमार
EVM मतगणना के लिए सुरक्षित:मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा, ईवीएम में अविश्वसनीयता या किसी तरह की खामी का कोई सबूत नहीं है. ईवीएम में वायरस या बग आने का कोई सवाल ही नहीं है. ईवीएम में अवैध वोट होने का कोई सवाल ही नहीं है. EVM मतगणना के लिए पूर्णतया सुरक्षित हैं. EVM से छेड़छाड़ के आरोप निराधार हैं, उच्च न्यायालय और सर्वोच्च न्यायालय अलग-अलग फैसलों में लगातार यही कह रहे हैं. ईवीएम मतगणना के लिए फुलप्रूफ डिवाइस है. VVPAT प्रणाली वाली EVM मतदान प्रणाली की सटीकता सुनिश्चित करती है. पुराने पेपर बैलट की वापसी अनुचित और प्रतिगामी है."