नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (DUSU) चुनाव की मतगणना चुनाव आयोग की एक टीम की निगरानी में 21 नवंबर को सुबह 8:30 बजे से शुरू होगी. मतगणना गेट नंबर चार के नजदीक स्थित कॉन्फ्रेंस सेंटर में होगी. दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव की चुनाव समिति और छात्र संघ चुनाव के प्रत्याशियों के साथ बातचीत के बाद और चुनाव आयोग की टीम की उपलब्धता के आधार पर 21 नवंबर की तारीख तय की गई है.
21 नवंबर को ही आ सकता है रिजल्ट :मतगणना और परिणाम घोषित होने के बाद कोई और अड़चन नहीं आई तो इस महीने पूरी संभावना है कि डीयू को नया छात्र संघ अध्यक्ष मिल जाएगा. साथ ही, डूसू पदाधिकारी छात्र छात्राओं की समस्याओं के समाधान के लिए काम करना भी शुरू कर देंगे. बता दें कि डूसू का चुनाव घोषित होने के बाद 15 सितंबर को डूसू कार्यालय को प्रॉक्टर के द्वारा सील कर दिया गया था. प्रतिवर्ष चुनाव की घोषणा होने के बाद छात्र संघ कार्यालय को सील किया जाता है.
डूसू चुनाव के मुख्य चुनाव अधिकारी प्रोफेसर सत्यपाल सिंह ने बताया कि मतगणना की तैयारियां जारी हैं. सभी ईवीएम मशीनों को स्ट्रांग रूम में रखते समय उनकी बैटरी भी चेक की गई थी. डीयू के नॉर्थ कैंपस में स्थित डीयू के परीक्षा खंड के एक हॉल को स्ट्रांग रूम बनाया गया है. यहां पुलिस के जवान कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के साथ 27 सितंबर शाम से ही ईवीएम की निगरानी कर रहे हैं.
27 सितंबर को मतदान से पहले ही लगी थी मतगणना पर रोक :दिल्ली हाई कोर्ट द्वारा 27 सितंबर को डूसू चुनाव में मतदान से पहले मतगणना पर रोक लगा दी गई थी. इसके बाद मतदान संपन्न होने पर 500 इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन और 1000 से ज्यादा मतपेटियों को परीक्षा खंड में बनाए गए स्ट्रांग रूम में सुरक्षित रखा गया था. बता दें कि चुनाव में 51379 छात्र छात्राओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था. इसके अलावा कॉलेज के छात्र संघ चुनाव के लिए भी उसी दिन मत पत्रों के माध्यम से मतदान हुआ था, जिसका भी परिणाम 21 नवंबर को ही घोषित किया जाएगा.
दिल्ली हाईकोर्ट ने चुनाव की मतगणना पर लगा दी थी रोक :कॉलेजों के छात्र संघ चुनाव के लिए मतपत्रों की गिनती कॉलेजों द्वारा की जाएगी. बता दें कि इससे पहले डूसू चुनाव का परिणाम मतदान के अगले दिन और कॉलेज छात्र संघ का चुनाव परिणाम मतदान वाले दिन ही मतदान खत्म होने के बाद मतगणना करके घोषित किया जाता था. लेकिन इस बार के चुनाव से पहले डीयू के ही पूर्व छात्रों द्वारा दिल्ली हाई कोर्ट में की याचिका दायर करके शासन चुनाव लड़े प्रत्याशियों द्वारा अपने-अपने पोस्ट लगाकर और पंपलेट को साफ करने के लिए याचका दायर की गई थी.याचिका में मांग की गई थी जब तक दीवारों को परिसर और कॉलेज की सफाई न कराई जाए तब तक वीडियो के सूचनाओं के परिणाम को घोषित नहीं किया जाना चाहिए. इसके बाद ही दिल्ली हाईकोर्ट ने चुनाव की मतगणना पर रोक लगा दी थी.
कैंपस से पोस्टर-पंपलेट की सफाई हुई : करीब डेढ़ महीने के बाद सफाई अभियान पूरा होने और दीवारों के पेंट होने के बाद ही अब दिल्ली हाईकोर्ट ने तीन दिन पहले डीयू प्रशासन को 26 नवंबर से पहले मतगणना कराने का निर्देश दिया था. इसके बाद अब डीयू प्रशासन ने 21 नवंबर को मतगणना कराने की तारीख तय कर ली है. डूसू चुनाव में डीयू के 47 कॉलेज और पांच डिपार्टमेंट के छात्र-छात्राएं मतदाता होते हैं. इस बार एक लाख 45 हजार मतदाताओं की मतदाता सूची चुनाव समिति के द्वारा जारी की गई थी. लेकिन उसमें से बहुत कम करीब 45% छात्र छात्राओं ने ही मतदान में हिस्सा लिया था.
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