नई दिल्ली: कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव 2024 के लिए एग्जिट पोल के अनुमानों को खारिज कर दिया है. कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने रविवार को दिल्ली में मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि सरकारी एग्जिट पोल के अनुमान पूरी तरह से फर्जी और झूठे हैं. उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन में शामिल दलों को 295 से कम सीटें नहीं मिलेंगी.
जयराम रमेश ने कहा कि ये एग्जिट पोल झूठे हैं और मौजूदा प्रधानमंत्री व गृह मंत्री मनोवैज्ञानिक खेल खेल रहे हैं और विपक्षी पार्टियों, काउंटिंग एजेंटों और पीठासीन अधिकारियों पर दबाव बना रहे हैं. उन्होंने कहा कि 4 जून को इनका (पीएम मोदी) एग्जिट पक्का है.
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि 20 साल बाद 2004 के चुनाव नतीजे 2024 में भी दोहराए जाएंगे. उन्होंने बताया कि 2004 में सभी एग्जिट पोल ने अटल बिहारी वाजपेयी सरकार को भारी बहुमत दिया था. चुनाव नतीजे घोषित होने के बाद कांग्रेस के नेतृत्व में यूपीए ने सरकार बनाई थी. 20 साल बाद इतिहास दोहराया जाएगा.
अब तक के काम से चुनाव आयोग पर भरोसा नहीं कर सकते...
जयराम रमेश ने कहा कि चुनाव आयोग संवैधानिक संस्था है, इसे निष्पक्ष होना चाहिए. देश की जनता न केवल पार्टियों और उम्मीदवारों को बल्कि चुनाव आयोग को भी देख रही है, लेकिन जिस तरह से चुनाव आयोग ने अब तक काम किया है, हम उस पर भरोसा नहीं कर सकते. चूंकि यह संवैधानिक संस्था है, इसलिए हम इसका सम्मान करते हैं क्योंकि इसकी गरिमा है.
राजस्थान में इंडिया गठबंधन 11-12 सीटें जीतेगा...
लोकसभा चुनाव 2024 के एग्जिट पोल पर राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने दावा किया है कि राजस्थान में इंडिया गठबंधन 11-12 सीटें जीतने जा रहा है और 8 सीटों पर कांटे की टक्कर है. उन्होंने कहा कि एनडीए राज्य में 7 सीटों तक सीमित है. हम किसी भी कीमत पर भाजपा से एक सीट अधिक जीतने जा रहे हैं.
चुनाव आयोग ने जयराम रमेश से मांगा जवाब
इधर, चुनाव आयोग ने रविवार को कांग्रेस नेता जयराम रमेश से गृह मंत्री अमित शाह को लेकर किए गए दावे पर तथ्यात्मक जानकारी मांगी है. आयोग ने रमेश को लिखे पत्र में उनसे रविवार शाम 7 बजे तक अपने दावे का ब्योरा साझा करने को कहा है. चुनाव आयोग ने 1 जून को एक्स पर जयराम रमेश के पोस्ट का हवाला दिया, जिसमें उन्होंने दावा किया था कि निवर्तमान गृह मंत्री डीएम/कलेक्टरों को फोन कर रहे हैं. अब तक उन्होंने 150 डीएम से बात की है. यह स्पष्ट और बेशर्मी से डराने-धमकाने का प्रयास है, जो दिखाता है कि भाजपा कितनी हताश है.
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