नई दिल्ली:कांग्रेस बिहार की राजनीतिक स्थिति पर 'वेट एंड वॉच' की स्थिति में है और संख्या के खेल में बढ़त हासिल करने की कोशिश कर रही है. जो तब सामने आने की संभावना है जब जदयू अध्यक्ष और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सत्तारूढ़ गठबंधन से बाहर निकलने का विकल्प चुनते हैं.
कांग्रेस के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, बिहार के एआईसीसी प्रभारी मोहन प्रकाश ने राज्य के नेताओं से प्रतिक्रिया प्राप्त की है और पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ-साथ पूर्व प्रमुख राहुल गांधी को स्थिति से अवगत कराया है.
राहुल अपनी भारत जोड़ो न्याय यात्रा के बाद 25 जनवरी की रात को दिल्ली लौटे. भारत जोड़ो न्याय यात्रा बुधवार को पश्चिम बंगाल में प्रवेश कर गई. उन्होंने गणतंत्र दिवस समारोह के कारण छुट्टी ले ली और 28 जनवरी को फिर से यात्रा शुरू होगी.
बिहार कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता शकील अहमद खान ने ईटीवी भारत से कहा कि 'हम सब वेट एंड वॉच की स्थिति में हैं. ऐसी अटकलें जोरों पर हैं कि नीतीश कुमार गठबंधन छोड़ सकते हैं. इस समय मैं उस मुद्दे पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहूंगा. यदि कोई घटनाक्रम होता है तो हम प्रतिक्रिया देंगे.'
कांग्रेस नेता ने कहा कि सत्तारूढ़ गठबंधन को किसी परेशानी की आशंका नहीं है, लेकिन अगर नीतीश के जाने से बिहार में राजनीतिक संकट पैदा होता है तो वह किसी भी स्थिति के लिए तैयार है.
एआईसीसी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, 'यदि नीतीश कुमार गठबंधन से बाहर निकलने और भाजपा के साथ हाथ मिलाने का विकल्प चुनते हैं, तो यह सब राज्य विधानसभा में संख्या के खेल पर निर्भर करेगा. हमारे आकलन के अनुसार, जेडी-यू को छोड़कर गठबंधन के पास साधारण बहुमत के लिए लगभग 8 विधायकों की कमी होगी. यदि आवश्यकता हुई, तो इस संख्या की व्यवस्था की जा सकती है क्योंकि कुछ असंतुष्ट जद-यू विधायक राजद नेताओं के संपर्क में हैं और पाला बदलने के इच्छुक हो सकते हैं.'
उन्होंने कहा कि 'इस बार गठबंधन मजबूत स्थिति में दिख रहा है क्योंकि विधानसभा अध्यक्ष राजद से हैं और नियमों के तहत काम करेंगे. गठबंधन में दरार डालने का जोखिम उठाने से पहले ये कारक निश्चित रूप से नीतीश कुमार पर दबाव डालेंगे.'