नई दिल्ली:कांग्रेस ने 13 अप्रैल को भाजपा शासित उत्तराखंड में प्रियंका गांधी वाड्रा की रैली निर्धारित की है. वहीं, पूर्व पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी अगले दो दिनों में राजस्थान और तमिलनाडु में रैलियों को संबोधित करेंगे.
उत्तराखंड की प्रभारी एआईसीसी महासचिव कुमारी शैलजा ने ईटीवी भारत को बताया, 'प्रियंका गांधी 13 अप्रैल को राज्य में दो रैलियों को संबोधित करेंगी. एक रामनगर जो गढ़वाल सीट के अंतर्गत आती है और दूसरी रूड़की जो हरिद्वार सीट के अंतर्गत आती है'. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने मजबूत उम्मीदवार उतारे हैं. वह पिछले चुनाव से कहीं बेहतर प्रदर्शन करेगी. लोग भाजपा से तंग आ चुके हैं.
कांग्रेस 2019 में उत्तराखंड में एक भी सीट नहीं जीत सकी और 2024 का चुनाव पूरी ताकत से लड़ रही है. पहाड़ी राज्य की सभी पांच लोकसभा सीटों पर 19 अप्रैल को पहले चरण में मतदान होगा.
गढ़वाल के उम्मीदवार गणेश गोदियाल राज्य इकाई के पूर्व प्रमुख और कांग्रेस कार्य समिति के विशेष आमंत्रित सदस्य हैं. हरिद्वार के उम्मीदवार वीरेंद्र रावत पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के बेटे हैं, जो सीडब्ल्यूसी के स्थायी आमंत्रित सदस्य हैं. वरिष्ठ नेता जोत सिंह गुंसल टिहरी गढ़वाल, प्रदीप टम्टा अल्मोड़ा और पूर्व एआईसीसी पदाधिकारी प्रकाश जोशी नैनीताल उधम सिंह नगर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. चूंकि कांग्रेस नेता वीरेंद्र रावत को हरिद्वार में भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत के खिलाफ खड़ा किया गया है, यह सीट पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के लिए प्रतिष्ठा का मुद्दा बन गई है. ये स्वास्थ्य समस्याओं के बावजूद अपने बेटे के लिए वोट मांगने के लिए सड़कों पर उतरे हैं.
हरीश रावत ने ईटीवी भारत को बताया, 'हम यह चुनाव जीतने जा रहे हैं क्योंकि हमारे कार्यकर्ताओं में सत्ता की भूख पैदा हो गई है. इन चुनावों में मुख्य मुद्दा यह है कि संविधान को कैसे बचाया जाए. भाजपा अपना खुद का संविधान चाहती है, क्योंकि उन्हें जवाहरलाल नेहरू, सुभाष चंद्र बोस और भगत सिंह के विचार पसंद नहीं हैं. बेरोजगारी और आवश्यक वस्तुओं की ऊंची कीमतें भी मतदाताओं के बीच एक बड़ी चिंता है'.