कोटा. शहर में उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर से इंजीनियरिंग एंट्रेंस की तैयारी करने आया 17 वर्षीय छात्र 13 फरवरी को लापता हो गया था. जिसको हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला से कोटा शहर की जवाहर नगर थाना पुलिस और एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट ने दस्तयाब कर लिया है. पीयूष का 13 फरवरी को जॉइंट एंट्रेंस एग्जाम मेन का रिजल्ट आया था, लेकिन परीक्षा में उसके अच्छे अंक नहीं आए थे. ऐसे में उसके पिता ने जब उससे बात की और उसका रिजल्ट बताया, तब उसके बाद पीयूष अपने हॉस्टल से लापता हो गया था. पुलिस बीते 10 दिनों से उसे तलाश रही थी और उसके पीछे यूपी, उत्तराखंड और हिमाचल सहित कई जगह पर भी गई थी.
कोटा सिटी एसपी डॉ अमृता दुहन का कहना है कि बच्चा तनाव में है और उसे उनकी टीम लेकर कोटा आ रही है. इस बच्चे के उत्तराखंड के हरिद्वार में होने की सूचना मिली थी. इस पर टीम को भेजा गया था. जहां पर फिर सूचना मिली कि वह हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में है. ऐसे में वहां की लोकल पुलिस से संपर्क किया गया. वहां की पुलिस अधीक्षक से खुद मैंने बात की थी. वहीं शुक्रवार शाम को ही धर्मशाला पहुंच गई और बच्चे को अपनी संरक्षण में ले लिया है. जहां से सुरक्षित लाया जा रहा है. प्रथम दृष्टया बच्चा डिप्रेशन में ही लग रहा था. आकर उसे डिटेल में बात की जाएगी.
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कोटा जंक्शन पर छोड़ गया था दो बैग: मूल रूप से उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर के दुर्गापुरम पन्नीनगर निवासी 17 वर्षीय बालक 13 फरवरी को दोपहर से ही लापता है. वह कोटा जंक्शन पर दोपहर में देखा गया था. जहां पर अपने दो बैगों को छोड़कर प्लेटफार्म से बाहर निकल गया था. उसका मोबाइल भी स्विच ऑफ हो गया था. उसने 13 फरवरी को ही अपनी मां से बात की थी, लेकिन उसके बाद से ही उससे संपर्क नहीं हो पा रहा है. कोटा में जेईई मेन की तैयारी करने के लिए वह 2 साल पहले यहां पर आया था. उस दिन जेईई मेन का रिजल्ट आया था, जिसमें उसके 13 परसेंटाइल ही बने थे.