सिलीगुड़ी: सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने सोमवार को संसद भवन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और उन्हें लगातार तीसरी बार चुनावी जीत की बधाई दी. मुख्यमंत्री ने अक्टूबर 2023 में सिक्किम में आई बाढ़ के बाद त्वरित राहत प्रयासों के लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया. उन्होंने सिक्किम के विकास और मौजूदा हालात पर काफी देर तक चर्चा की. उस चर्चा के दौरान उन्होंने मांग की कि केंद्र सरकार बंगाल-सिक्किम की जीवनरेखा 10 राष्ट्रीय राजमार्ग की मरम्मत और नवीनीकरण का काम अपने हाथ में ले.
सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने दावा किया कि ममता बनर्जी की सरकार पश्चिम बंगाल के अंतर्गत आने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 10 की मुरम्मत और नवीनीकरण करने में सक्षम नहीं है. तमांग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया कि केंद्र सरकार को यह काम करना चाहिए. एनएच-10 के सामरिक महत्व पर प्रकाश डालते हुए, सीएम तमांग ने इसके बार-बार होने वाले व्यवधानों के लिए एक स्थायी समाधान का अनुरोध किया. उन्होंने प्रस्ताव दिया कि इसके रखरखाव का काम NHAI या NHIDCL जैसी केंद्रीय एजेंसी को सौंपा जाए. उन्होंने हाल ही में उत्तरी सिक्किम में बादल फटने के बाद गंगटोक को भारत-चीन सीमा से जोड़ने वाले एनएच-310A को बहाल करने के लिए तत्काल हस्तक्षेप की भी मांग की.
गौरतलब है कि मुख्य राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-10, बंगाल के दार्जिलिंग जिले के कोरोनेशन ब्रिज या बागपूल से सिक्किम के गंगटोक तक है. राष्ट्रीय राजमार्ग के कुल 104 किलोमीटर में से 47 किलोमीटर सिक्किम के अधीन है, शेष 57 किलोमीटर बंगाल के अधीन है. 1968 से सीपीडब्ल्यूडी राष्ट्रीय राजमार्ग की मरम्मत और नवीनीकरण का काम कर रहा है. 1980 में इसकी देखभाल सीमा सड़क संगठन (BRO) करता था, लेकिन करीब 10 साल के रखरखाव के बाद इसे राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा रखरखाव के लिए राज्य निर्माण विभाग को सौंप दिया गया. मरम्मत और जीर्णोद्धार के लिए केंद्र सरकार ने धन दिया, लेकिन परियोजना का काम बंगाल के निर्माण विभाग ने किया. 2016 से निर्माण विभाग को बीआरओ बंगाल के तहत 57 किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्गों की मरम्मत और जीर्णोद्धार का काम सौंपा गया है, वहीं सिक्किम वाले हिस्से में रखरखाव की जिम्मेदारी बीआरओ ने अपने हाथों में रखी हुई है.