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केदारनाथ में यात्रियों का रेस्क्यू जारी, हेलीकॉप्टर के लिए विजिबिलिटी बनी रोड़ा - Heavy rain in Kedarghati - HEAVY RAIN IN KEDARGHATI

Kedarghati Heavy Rain केदारघाटी में भारी बारिश आफत बनकर टूट रही है. जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. वहीं भारी बारिश से लिंचोली के समीप जंगलचट्टी में बादल फटने से रामबाड़ा, भीमबली लिंचोली का रास्ता पूरी तरह से बाधित होने के बाद प्रशासन लगातार राहत एवं बचाव कार्य में जुटा है. साथ ही केदारनाथ यात्रा मार्ग में फंसे लोगों के रेस्क्यू के लिए चिनूक एवं एमआई-17 हेलीकॉप्टर गौचर पहुंच गए हैं. लेकिन भारी बारिश से विजिबिलिटी कम होने से हेली उड़ान नहीं भर पा रहे हैं.

Uttarakhand heavy rain
उत्तराखंड में भारी बारिश का कहर (Photo-ETV Bharat)

By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Aug 2, 2024, 9:20 AM IST

Updated : Aug 2, 2024, 2:06 PM IST

केदारनाथ में यात्रियों के रेस्क्यू में जुटा प्रशासन (Video-ETV Bharat)

रुद्रप्रयाग (उत्तराखंड):केदारघाटी में बुधवार को भारी बारिश से लिंचोली के समीप जंगलचट्टी में बादल फटने से रामबाड़ा, भीमबली लिंचोली का रास्ता पूरी तरह से बाधित हो गया. जिसके बाद से जिला प्रशासन लगातार राहत एवं बचाव कार्य में लगा है. एयर लिफ्ट में तेजी लाने के लिए वायु सेना का चिनूक एवं एमआई-17 हेलीकॉप्टर भी शुक्रवार सुबह गौचर पहुंच गए हैं. एमआई-17 ने एक चक्कर लगाकर 10 लोगों को रेस्क्यू कर गौचर पहुंचा दिया है. उधर भीमबली और लिंचोली से भी यात्रियों को एयर लिफ्ट करना शुरू कर दिया गया है. वहीं केदारघाटी में करीब 4 हजार लोगों के फंसे होने की सूचना है.

यात्रियों को किया रेस्क्यू:दोपहर 12 बजे तक लिंचोली एवं भीमबली से एयर लिफ्ट कर लगभग 430 यात्रियों को रेस्क्यू कर लिया गया है. वहीं गौरीकुंड- सोनप्रयाग के बीच लगभग 700 यात्रियों को सफल रेस्क्यू किया जा चुका है. इसके साथ ही एनडीआरएफ एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा घायल तीर्थ यात्रियों का उपचार किया जा रहा है. एमआई 17 से 15 तीर्थ यात्रियों को गौचर हेलीपैड रेस्क्यू किया जा चुका है. उन्होंने बताया कि मौसम खराब होने के कारण एमआई एवं चिनूक विमान अभी उड़ान नहीं भर पा रहे हैं. केदारनाथ में मौजूद करीब 450 तीर्थ यात्रियों को जिला प्रशासन की ओर से लगातार राहत सामाग्री, फूड पैकेट्स एवं भोजन उपलब्ध करवाया गया. वहीं बीकेटीसी द्वारा तीर्थ यात्रियों को फल वितरित किए गए. बताया कि मौसम ठीक होते ही केदारनाथ में मौजूद यात्रियों को रेस्क्यू किया जाएगा.

भारी बारिश से विजिबिलिटी हुई कम:रुद्रप्रयाग कंट्रोल रूम से पूरे रेस्क्यू ऑपरेशन पर नजर रखी जा रही है. केदारनाथ में लगातार मौसम खराब हो रहा है, विजिबिलिटी लगभग ना के बराबर है, जिससे रेस्क्यू करने में दिक्कतें आ रही हैं. विजिबिलिटी कम होने की वजह से एमआई-17 और चिनूक हेली भी उड़ान नहीं भर पा रहे हैं. रेस्क्यू अभियान की जानकारी देते हुए पुलिस उपाधीक्षक गुप्तकाशी हर्षवर्द्धनी सुमन ने बताया कि रेस्क्यू कार्य लगातार जारी है.

रेस्क्यू अभियान किया तेज:अलग-अलग स्थानों पर फंसे यात्री सुरक्षित हैं. कल की भांति आज भी लिंचोली, भीमबली, जंगलचट्टी, गौरीकुंड व सोनप्रयाग से रेस्क्यू कार्य निरंतर जारी है. उनके द्वारा यह भी बताया गया कि यदि किसी का अपने परिजनों से संपर्क नहीं हो पा रहा है तो रुद्रप्रयाग पुलिस के हेल्पलाइन नंबर 7579257572 व 01364-233387 पर उनका विवरण नोट कराए. फिलहाल विभिन्न पड़ावों में रुके सभी यात्री सुरक्षित हैं तथा इन स्थानों पर प्रशासन के स्तर से भोजन, पानी एवं अन्य आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई गई है. सुबह से जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग व पुलिस अधीक्षक रुद्रप्रयाग केदारघाटी में मौजूद रहकर रेस्क्यू कार्य का नेतृत्व कर रहे हैं.

ड्रोन की ली जा रही मदद:एसडीआरएफ की टीमों को सोनप्रयाग-गौरीकुंड मार्ग में यात्रियों को सुरक्षित रेस्क्यू करने के लिए निर्देशित किया गया. ड्रोन की सहायता से एसडीआरएफ कमांडेंट मणिकांत मिश्रा ने टीमों को नई कार्य योजना से अवगत कराया, जिससे रेस्क्यू अभियान को और अधिक प्रभावी तरीके से चलाया जा सके.मणिकांत मिश्रा ने अगस्त मुनि और रतूड़ा से मौके पर पहुंची 02 बैकअप टीमों को तुरंत सर्च और रेस्क्यू अभियान तेज करने के आदेश दिए. लिंचोली और केदारनाथ के हेलीपैड पर तैनात 4 एसडीआरएफ टीमों को यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है.

भारी बारिश से हाईवे बहा:साथ ही मैनुअल रेस्क्यू भी लगातार जारी है.वहीं देर रात तक पैदल मार्ग से सोनप्रयाग पहुंचने वाले यात्रियों को सुरक्षित सोनप्रयाग बाजार तक पहुंचाया गया. वहीं केदारनाथ यात्रा पड़ाव के गौरीकुंड से पहले मुनकटिया में भूस्खलन हुआ है.सोनप्रयाग में सुबह सुबह उसी स्थान पर भारी भूस्खलन हुआ, जहां पर हाईवे पूरी तरह से बह गया है. कुछ देर के लिए रेस्क्यू कार्य रोका गया, स्थिति ठीक होने पर रेस्क्यू अभियान जारी है.

पीएम मोदी और सीएम धामी कर रहे मॉनिटरिंग:केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग पर कई जगह भूस्खलन होने से यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए केदारनाथ यात्रा फिलहाल रोक दी गई है. भारी बारिश से बने आपदा की हालत पर पीएम नरेंद्र मोदी ने भी संज्ञान लिया है और पीएम कार्यालय ने राज्य में मौजूदा स्थिति की भी जानकारी ली है. खुद पीएम भी इन हालातों पर नजर रखे हुए हैं. वहीं उधर सीएम पुष्कर सिंह धामी भी स्थिति पर खुद नजर रखे हुए हैं.

भारी बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त:बता दें कि बीते दिन भारी बारिश के चलते केदारनाथ यात्रा रूट पर दो पुल बहने के साथ ही गौरी कुंड में तप्तकुंड वॉश आउट हो गया है. जिसके बाद केदारनाथ धाम की यात्रा रोकी गई है. इसके अलावा, टिहरी जखन्याली में बादल फटने से होटल मलबे में बह गया. जिसके चलते कई लोगों की मौत हो गई. वहीं प्रदेश में भारी बारिश से तमाम जगहों पर आपदा जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है.

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Last Updated : Aug 2, 2024, 2:06 PM IST

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