रायपुर: रामोजी ग्रुप ऑफ कंपनीज के संस्थापक और चेयरैमैन रामोजी राव का आठ जून 2024 को निधन हो गया. उनके निधन के बाद से पत्रकारों में गहरा शोक है. देश में रामोजी राव जी को चाहने वाले लोग उन्हें नमन कर रहे हैं. छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में मंगलवार को प्रदेश के पत्रकार और फिल्म जगत के कलाकारों ने रामोजी राव को श्रद्धांजलि दी. सभी पत्रकारों ने अपने अपने तरीके से उन्हें याद किया.
रामोजी राव जी ने पत्रकारिता में मूल्यों को दी जगह: रायपुर में छत्तीसगढ़ फिल्म एंड विजुअल आर्ट सोसायटी की तरफ से रामोजी राव को श्रद्धांजलि देने के लिए पत्रकार और कलाकार जुटे. उन्हें श्रद्धासमुन अर्पित करते हुए पत्रकारों ने कहा कि पत्रकारिता जगत उनके योगदान को कभी भुला नहीं सकता.
छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ पत्रकारों ने रामोजी राव को किया नमन: श्रद्धांजलि सभा में छत्तीसगढ़ के कई नामी पत्रकार मौजूद रहे. प्रिंट, टेलीविजन और डिजिटल फील्ड से जुड़े पत्रकार रायपुर के सिविल लाइन स्थित वृंदावन हॉल में उपस्थित हुए. सभी पत्रकारों का कहना था कि रामोजी राव जी के जाने से पत्रकारिता जगत और मीडिया जगत एक खालीपन महसूस कर रहा है. मूल्यों की पत्रकारिता करने वाले महान शख्सियत रामोजी राव जी थे. उन्होंने न जाने कितने नौजवानों को पत्रकारिता के मूल्य सिखाए. जिसके बल पर आज पत्रकारिता जगत में नए नए पत्रकार जर्नलिज्म कर रहे हैं
"मेरा सौभाग्य रहा कि मैं दो बार ईटीवी ग्रुप से जुड़ा. मैंने नौकरी की शुरुआत भी वहीं से की. रामोजी सर ने जब भी इतने सारे लोगों को नौकरी पर रखा तो उन्होंने अनुभव नहीं देखा. उन्होंने लोगों में संभावनाएं देखी और उसके आधार पर नौकरी दी. सैकड़ों पत्रकारों की पहली पाठशाला ईटीवी रही.": हितेश व्यास, वरिष्ठ पत्रकार
"आप जितने भी पत्रकारों की सीवी देखेंगे तो उसमें कहीं न कहीं ईटीवी का जिक्र जरूर मिलेगा. एक ऐसे संस्थान की परिकल्पना जिसने पत्रकारों की पौध को पैदा किया. मैं सौभाग्यशाली हूं कि उनके साथ मुझे काम करने का मौका मिला": शैलेष पांडेय, वरिष्ठ पत्रकार
"रामोजी सर ने ईटीवी की जो परिकल्पना रखी. उसमें सिर्फ खबरों से हमारा वास्ता था. ईटीवी अपने मूल्यों के साथ काम करता था. जिसका जो काम था उसे वो काम करना पड़ता था. एडिटोरियल को सिर्फ संपादकीय पर फोकस रखने की उनकी सलाह मुझे आज भी याद है. मैंने एक बार सेल्स का आइडिया दिया था. जिस पर रामोजी सर ने मुझे सिर्फ संपादकीय पर फोकस रखने की सलाह दी थी": संजय शेखर, वरिष्ठ पत्रकार
"मेरी पत्रकारिता जगत में अच्छी यात्रा की शुरुआत ईटीवी से हुई. रामोजी सर एक बरगद की तरह थे. जिनकी छांव में न जाने कितने पत्रकार आगे बढ़े. मैं उन्हें शत शत नमन करता हूं": पुनीत पाठक, वरिष्ठ पत्रकार