चंडीगढ़ :मेयर चुनाव के दौरान आज जो कुछ चंडीगढ़ नगर निगम में हुआ, वो किसी फिल्म से कम नहीं था. रोमांच था, एक्शन था, सस्पेंस था, ड्रामा था, इमोशन था और यहां तक कि बेहतरीन डायलॉग्स थे. यानि कि चंडीगढ़ नगर निगम की आज की घटना बॉलीवुड की किसी मसाला फिल्म से कम नहीं थी. हालांकि पिक्चर अभी खत्म नहीं हुई है, बल्कि पिक्चर तो अभी बाकी है क्योंकि मामला आज दोबारा से पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट की चौखट पर जो पहुंच गया है.
बवाल, शोरगुल और जीत :मेयर चुनाव होने से पहले तो यही लग रहा था कि कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के पास जीत के नंबर्स है और बीजेपी की जीत की गुजांइश ना के बराबर थी. लेकिन ऐन मौके पर हाईप्रोफाइल ड्रामे के बाद बीजेपी ने बाजी मार ली और चंडीगढ़ नगर निगम में बीजेपी का मेयर बन गया. हंगामा हुआ, शोरगुल हुआ, लेकिन जो होना था वो तो हो ही गया. बीजेपी को कुर्सी मिली और कांग्रेस-AAP हाथ मलती रह गई और लास्ट ऑप्शन के तहत बॉयकॉट का रास्ता अपनाते हुए दोनों पार्टियों के पार्षद बाहर चले गए.
जब निकल पड़े सियासी आंसू : हालांकि बाहर जाने से पिक्चर में इंटरवल तो आया लेकिन पिक्चर खत्म नहीं हुई क्योंकि बाहर जाते ही कांग्रेस और आम आदमी पार्टी गठबंधन के उम्मीदवार फूट-फूटकर मीडिया के सामने रो पड़ते हैं और आंसुओं का सैलाब बहने लगता है. हालात ये कि पार्टी की महिला नेताओं को उन्हें रोने से रोकने के लिए समझाइश देनी पड़ती है. इसके बाद आंसुओं की धार रुकती है तो दोनों पार्टी हाईकोर्ट से मामले में हस्तक्षेप करने की गुहार लगाती है. हाईकोर्ट हालांकि फौरन सुनवाई से मना कर देती है लेकिन बुधवार को मामले की सुनवाई करना तय किया जाता है यानि कुल मिलाकर देखा जाए तो गेंद अब हाईकोर्ट के पाले में है और पूरी पिक्चर अभी खत्म नहीं हुई है. क्लाइमैक्स आना अभी बाकी है. लेकिन ये किसके लिए अच्छा साबित होगा और किसके लिए बुरा, ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा.
'लोकतंत्र की हत्या हुई' :इस बीच मेयर चुनाव को लेकर जो कुछ हुआ उसके बाद ईटीवी भारत की टीम ने दोनों पक्षों से उनका पक्ष जानने की कोशिश की है. कांग्रेस पार्टी के पार्षद जसवीर बंटी ने ईटीवी भारत से कहा कि चुनाव में लोकतंत्र की हत्या की गई है और गुंडागर्दी हुई है. कोर्ट के फैसले के बाद उन्हें फ्री एंड फेयर इलेक्शन की उम्मीद थी लेकिन ऐसा हो ना सका. वहीं आम आदमी पार्टी के पार्षद जसबीर ने भी लोकतंत्र की हत्या करने का आरोप बीजेपी पर जड़ दिया. उन्होंने कहा कि झूठ के दम पर मेयर चुनाव जीता गया है. जो वोट खारिज किए गए हैं, उसके पीछे की वजह क्या रही, ये तक नहीं बताया गया.