चंडीगढ़: बॉलीवुड अभिनेत्री और हिमाचल प्रदेश की मंडी सीट से सांसद कंगना रनौत की फिल्म इमरजेंसी को लेकर लगातार विवाद बढ़ता जा रहा है. अब इस फिल्म के संबंध में कंगना रनौत को चंडीगढ़ की जिला अदालत ने तलब किया है. जिला अदालत ने मंगलवार को फिल्म इमरजेंसी पर सुनवाई करते हुए ये आदेश जारी किए हैं.
सिखों की छवि खराब करने का आरोप
याचिका में कंगना रनौत पर फिल्म इमरजेंसी के जरिए सिखों की छवि को खराब करने के आरोप लगाए गए हैं. ये भी कहा गया है कि कंगना ने इतिहास पढ़े बिना फिल्म बनाई है. इससे सिखों की छवि पर असर पड़ेगा. याची रविंदर सिंह बस्सी ने कहा कि इसके लिए अकेली कंगना जिम्मेदार नहीं है बल्कि स्क्रीन प्ले राइटर रितेश शाह और जी स्टूडियो को भी जिम्मेदार बताया गया है. यही कारण है कि मामले में कंगना के साथ इन्हें भी प्रतिवादी बनाया गया है.
फिल्म के तीन दृश्यों पर चलेगी कैंची
फिल्म इमरजेंसी का ट्रेलर रिलीज होने के बाद से पंजाब-चंडीगढ़ में इसका विरोध जारी है. सिख संगठनों द्वारा फिल्म पर रोक लगाने की मांग के बीच यह मामला हाईकोर्ट पहुंच गया. हाईकोर्ट में मामले की सुनवाई के दौरान सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (CBFC) ने फिल्म को फिलहाल तक सर्टिफिकेट नहीं दिए जाने की जानकारी दी थी. लेकिन बीते करीब एक सप्ताह पहले ही फिल्म को U/A सर्टिफिकेट दिया जा चुका है.
CBFC की आपत्ति पर कई दृश्यों में कट-बदलाव
CBFC की आपत्ति पर फिल्म इमरजेंसी से चंद दृश्य काटे गए और कुछ बदलाव भी किए गए हैं. CBFC ने इस फिल्म से 3 सीन डिलीट करने के निर्देश दिए हैं. साथ ही फिल्म रिलीज से पहले इसमें 10 बदलाव किए जाने की सख्त हिदायत भी दी गई है. यही कारण है कि अब यह फिल्म कुछ ही समय में रिलीज की जाएगी.