नीट पेपर लीक मामले में महाराष्ट्र के लातूर तक पहुंची सीबीआई की जांच - NEET Paper Leak Case
नीट पेपर लीक मामले की जांच अब सीबीआई को सौंप दी गई है. इस जांच को आगे बढ़ाते हुए सीबीआई शनिवार को महाराष्ट्र के लातूर पहुंचने वाली है. पुलिस अधिकारियों ने इस मामले के एक आरोपी इरन्ना कोंगुलवार का फोन जब्त किया है. हालांकि, कांग्रेस पार्टी ने मोदी सरकार पर इस मामले को लेकर जमकर निशाना साधा है.
नीट पेपर लीक मामले में गिरफ्तार आरोपी (फोटो - ETV Bharat Maharashtra Desk)
लातूर:नीट पेपर लीक घोटाले का मामला सीबीआई को सौंप दिया गया है. नीट पेपर लीक मामले की जांच के लिए दिल्ली से सीबीआई की टीम शनिवार को लातूर पहुंचने वाली है. जांच अधिकारी भागवत फुंडे ने लातूर कोर्ट को बताया कि इरन्ना कोंगुलवार का फोन पुलिस ने जब्त कर लिया है.
जब पुलिस ने कोर्ट को बताया कि हमारी जांच पूरी हो गई है, तो कोर्ट ने आरोपी को हिरासत में लेने के लिए पुलिस की खिंचाई की. आतंकवाद निरोधी दस्ता शनिवार सुबह लातूर शहर में दाखिल हुआ. सीबीआई के अधिकारी भी आज जांच के लिए लातूर आएंगे.
जांच के दौरान आरोपी जलील पठान और संजय जाधव ने पुलिस को जो जानकारी दी है, वह चौंकाने वाली है. लातूर में लड़कों को ट्रैक करने से लेकर परीक्षा से पहले उनके फॉर्म भरने तक, नंबर बढ़ाने की साजिश थी. इसके लिए 50 हजार रुपए की टोकन राशि मिली थी. फॉर्म में यह प्लानिंग की गई कि किस राज्य, किस शहर में कौन सा सेंटर चुना जाए.
फिर लातूर, बीड जिले के छात्रों को परीक्षा के लिए एक निश्चित परीक्षा केंद्र पर भेजा गया. वहां पेपर को तोड़कर छात्रों की मदद की गई. राजस्थान, गुजरात, कर्नाटक, बिहार, उत्तराखंड राज्यों का चयन किया गया. छात्रों को वहां ले जाने के बाद वहां की टीम अगली जिम्मेदारी संभालती. हिरासत में लिए गए आरोपियों द्वारा दी गई इस जानकारी के बाद जांच टीम को पता चला कि इस मामले का लिंक सिर्फ महाराष्ट्र ही नहीं बल्कि पूरे देश से जुड़ा हुआ है.
इसलिए अब मामले की जांच सीबीआई करेगी और दिल्ली से सीबीआई की टीम शनिवार को लातूर आएगी. पुलिस को सूचना मिली थी कि नीट घोटाले से जुड़े आरोपी इरन्ना कोंगुलवार और दिल्ली के गंगाधर उत्तराखंड, दिल्ली और झारखंड में हैं. इसलिए, लातूर पुलिस की एक टीम को इन राज्यों में भेजा गया था.
लेकिन अब टीमों को वापस बुला लिया गया है क्योंकि सीबीआई मामले की जांच करेगी. अदालत ने आरोपी संजय जाधव और जलील पठान को 2 जुलाई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया. लेकिन लातूर पुलिस ने तीन दिन में ही जांच पूरी कर ली. जांच अधिकारी भागवत फुंडे ने अदालत को जांच पूरी होने की जानकारी दी. उन्होंने अदालत से मांग की कि आरोपियों को न्यायिक हिरासत में दिया जाना चाहिए.
लेकिन कोर्ट ने पुलिस को फटकार लगाई. कोर्ट की फटकार के बाद आरोपियों को वापस पुलिस हिरासत में ले लिया गया. जांच अधिकारी भागवत फंडे ने लातूर कोर्ट को बताया कि आरोपी इरन्ना कोंगुलवार फरार है और उसे गिरफ्तार किया जाना है. हालांकि उसे पहले हिरासत में लिया गया था. पुलिस ने कोर्ट को बताया कि हिरासत के दौरान इरन्ना के पास से 10 हजार रुपये का मोबाइल फोन और 2 सिम कार्ड जब्त किए गए हैं.