मधुबनी: बिहार के मधुबनी में एक और पुल ने जल समाधि ले ली. दो दिन पहले ही पुल के गर्डर की ढलाई हुई थी तभी इसी बीच पानी आ जाने से गर्डर का सपोर्ट हट गया और गर्डर धराशायी हो गया. इस मामले में किसी के घायल होने की खबर नहीं है. बता दें कि 10 दिनों में बिहार के अंदर पुल गिरने का ये 5वां वाकया पेश आया है.
बिहार में पुलों की शामत: 26 तारीख को ही किशनगंज में भी एक पुल धंस गया था जिसको लेकर सियासत शुरू हो गई. आए दिन बिहार में पुल धराशायी हो रहे हैं. विपक्ष इसको लेकर हमलावर है. सुबह ही तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार को निशाने पर लिया और ट्वीट करके निर्माणाधीन पुल का गर्डर गिरा. दो दिन पहले 26 जून को ही गर्डर का हुआ था ढलाई.
पुल गिरने पर सियासत भी शुरू : पुल गिरने के मामले में तेजस्वी ने आड़े हाथों लेते हुए सरकार पर तंज कसा और सोशल मीडिया पर लिखा कि ''मधुबनी-सुपौल के बीच भूतही नदी पर वर्षों से निर्माणाधीन पुल गिरा. क्या आपको पता लगा? नहीं तो, क्यों? बूझो तो जाने?''
निर्माणाधीन पुल का गर्डर नदी में समाया : मधुबनी जिले के मधेपुर प्रखंड का है जहां भेजा कोशी बांध चौक से महपतिया मुख्य सड़क पर बन रहा पुल का गर्डर धराशायी हो गया. इस घटना में किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है. गर्डर गिरने की बात को लोगों ने अफवाह की तरह फैलाया की पुल गिर गया है. पिलर जस का तस खड़ा है.