पटना : जिस तरह से आज नेताओं के बयान सामने आ रहे हैं, उससे तो साफ हो गया है कि, बिहार में 'खेला हो गया' है. महागठबंधन के नेताओं ने भी जुबानी जंग तेज कर दी है. बीजेपी के नेता 'इंतजार' की बात कह रहे हैं. पर, कहते हैं राजनीति में बातों में सबकुछ छिपा रहता है तो आइये आपको बताते हैं, किसने क्या कहा जिससे सबकुछ क्लियर होने लगा.
नीतीश कुमार कंफ्यूजन दूर करें- RJD :जिस प्रकार से पटना से दिल्ली तक हलचल तेज है. कयासों का बाजार गर्म है. इसपर आरजेडी सांसद और लालू-तेजस्वी के करीबी नेता मनोज झा ने कहा कि, 'जिस प्रकार से कंफ्यूजन है, उसे नीतीश कुमार को शाम तक दूर करना चाहिए.'
जिनको शंका है, वह अपनी शंका दूर कर लें- JDU : आरजेडी ने ज्योंही आंखे तरेरी जेडीयू के रंगत बदल गए. प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि, 'कोई मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अल्टीमेटम नहीं दे सकता है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज भी मुख्यमंत्री हैं. कल भी मुख्यमंत्री रहेंगे. जिनको शंका है वह अपनी शंका दूर कर लें. सुशील मोदी एक गंभीर नेता हैं. उनकी बातों को गंभीरता से लेना चाहिए. उन्होंने बहुत हद तक स्थिति स्पष्ट कर दी है.'
2-3 दिन में सबकुछ साफ हो जाएगा- BJP : इधर, दिल्ली से लौटते ही बीजेपी सांसद सुशील कुमार मोदी ने बड़ा बयान दिया. कहा कि 'राजनीति में कभी भी किसी के लिए पूरी तरह से दरवाजा बंद नहीं होता है. केंद्रीय नेतृत्व बिहार को लेकर जो निर्णय लेगा, राज्य के नेता उसे स्वीकार करेंगे. वैसे फिलहाल कुछ और इंतजार करना है. हमारे हिसाब से दो-तीन दिन में सब कुछ साफ हो जाएगा.'
राजभवन में हाई टी से तेजस्वी ने बनाई दूरी :महागठबंधन में पड़ी गांठ को तब और बल मिल गया जब तेजस्वी यादव राजभवन में दिए गए हाई टी से दूरी बना ली. यहां पर बीजेपी नेताओं के साथ नीतीश कुमार की नजदीकी दिखी. हालांकि जब सीएम नीतीश से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि, 'जो नहीं आए हैं उनसे पूछिए.'
जीतन राम मांझी दिखे खुश : वहीं, वर्तमान राजनीतिक स्थिति पर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा, 'हमें बहुत पहले से अहसास था इसलिए हमने कहा था, लगता है कि गठबंधन ताश के पत्तों की तरह बिखर जाएगा. कोई भी आदमी समझ सकता है कि खेला हो रहा है या नहीं हो रहा है.'
बीजेपी नेताओं के बदले सुर :कभी नीतीश कुमार के लिए खिड़की दरवाजा तक बंद रहने की बात करने वाले बीजेपी नेताओं के सुर पूरी तरह बदल गए हैं. बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा, 'भाजपा किसी व्यक्ति की पार्टी नहीं है, ये सामूहिक नेतृत्व की पार्टी है. हमारा नेतृत्व सक्षम नेतृत्व है और सामूहिक नेतृत्व के निर्णय का पार्टी स्वागत करती है.' केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा, 'मुझे विश्वास है कि केंद्रीय नेतृत्व जो भी निर्णय लेगा वो राज्य और पार्टी हित में होगा.'