बेंगलुरु: हलासुरु गेट पुलिस ने कथित तौर पर 2,000 रुपये के नकली नोट छापने और उन्हें भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) में बदलने की कोशिश करने के आरोप में पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. इस बारे में पुलिस अधिकारियों ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में बल्लारी जिले के सिरिगेरे निवासी एके अफजल हुसैन (29), पांडिचेरी निवासी प्रसीथ (47), केरल निवासी मोहम्मद अफनास (34), नूरुद्दीन उर्फ अनवर (34) और प्रियेश (34) शामिल हैं.
पुलिस ने इनके पास से 52.40 लाख रुपये के नकली नोट और दो मोबाइल फोन बरामद किए हैं. बता दें कि 9 सितंबर को अफजल ने नृपतुंगा रोड पर स्थित आरबीआई की बेंगलुरु शाखा में 24.68 लाख रुपये के नकली 2,000 रुपये के नोटों को 500 रुपये के नोटों से बदलने की कोशिश की थी. हालांकि, अधिकारियों ने संदेह होने पर जब नोटों की प्रामाणिकता की जांच की, तो वे नकली निकले थे. इस पर आरबीआई बैंक के सहायक महाप्रबंधक भीम चौधरी ने तुरंत पुलिस को इसकी जानकारी दी और शिकायत दर्ज कराई जिसके बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया.
अधिकारियों ने बताया कि अफजल द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर केरल में चार और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. इनके पास से 27.72 लाख रुपये मूल्य के 2,000 रुपये के नकली नोट जब्त किए गए. पुलिस के अनुसार, अफजल बेल्लारी में ग्रेनाइट का कारोबार करता है और एक अन्य आरोपी नूरुद्दीन पर उसका 25 लाख रुपये बकाया है. एक अधिकारी ने बताया, 'जब अफजल ने पैसे मांगे तो नूरुद्दीन ने उसे बैंक में 500 रुपये के नोटों के बदले नकली नोट देने के लिए राजी कर लिया, क्योंकि उसके पास नोट उपलब्ध नहीं थे.'
उन्होंने बताया कि एक अन्य आरोपी प्रियेश पिछले 20 वर्षों से केरल के चेरकाला में प्रिंटिंग प्रेस चला रहा है. वह कालीकट से विशेष कागज और नोट बनाने की सामग्री लेकर आया और अपने प्रिंटिंग प्रेस में 2,000 रुपये के नोट छापकर प्रचलन के लिए आरोपी नूरुद्दीन को दे दिए. पुलिस ने बताया कि जांच में पता चला कि नूरुद्दीन अन्य आरोपियों के साथ मिलकर नकली नोटों का कारोबार कर रहा था.
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