गुवाहाटी: असम तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष रिपुन बोरा ने रविवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया. रिपुन बोरा के साथ संगठन महासचिव अरुपज्योति भुइयां, प्रशासनिक महासचिव गजेंद्र प्रसाद उपमन्यु और महासचिव जुल्फिकार हुसैन ने भी असम तृणमूल कांग्रेस छोड़ दी. रिपुन बोरा ने असम तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष पद के साथ पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया. उन्होंने रविवार को टीएमसी के महासचिव और सांसद अभिषेक बनर्जी को अपना त्यागपत्र भेजा.
रिपुन बोरा ने तृणमूल कांग्रेस छोड़ने के बाद यह स्पष्ट नहीं किया है कि वह किस पार्टी में शामिल होंगे, लेकिन उनके कांग्रेस पार्टी में वापसी की संभावना है. इस्तीफा देने के बाद रिपुन बोरा ने कहा, "पश्चिम बंगाल की तरह ही हमें उम्मीद थी कि हम असम में भी भाजपा का मुकाबला करने के लिए एक मंच तैयार कर पाएंगे. मैं इसी सपने के साथ तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुआ था. लेकिन पिछले ढाई साल से जब मैं असम में तृणमूल कांग्रेस को संगठित करने गया तो मैंने देखा कि असम के लोग तृणमूल कांग्रेस को स्वीकार नहीं करेंगे. क्योंकि असम के लोगों को लगता है कि यह बंगाल की एक क्षेत्रीय पार्टी है."
उन्होंने आगे कहा, "असम के लोग बंगाल की एक क्षेत्रीय पार्टी को क्यों स्वीकार करें? हमने जनता को समझाने की कोशिश की लेकिन वे समझ नहीं पाए. इसलिए हमने तय किया कि अगर जनता इसे स्वीकार नहीं करती है तो हम अपने मूल लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाएंगे. अगर जनता इसे स्वीकार नहीं करती है तो मैं भाजपा का मुकाबला कैसे कर सकता हूं? समय और ऊर्जा बर्बाद होगी. मैंने बहुत सोच-विचार के बाद पार्टी छोड़ी. अभी यह तय नहीं हुआ है कि मैं किस दल में जाऊंगा. मैं एक राजनीतिक व्यक्ति के रूप में रहूंगा और भाजपा विरोधी खेमे में रहूंगा. मैं विपक्षी एकता मंच की भाजपा विरोधी लड़ाई का हिस्सा बना रहूंगा. मैं अभी किसी दूसरी पार्टी में शामिल होने के बारे में नहीं सोच रहा हूं."