राहुल गांधी ने की असम में बाढ़ पीड़ितों के लिए केंद्र से सहायता की अपील - Rahul Gandhi on Assam floods
Assam floods Rahul Gandhi urges centre for assistance: कांग्रेस नेता राहुल गांधी पूर्वोत्तर के दौरे पर हैं. इस दौरान उन्होंने असम में बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया. बाढ़ पीड़ितों की सहायता के लिए उन्होंने केंद्र से मदद की मांग की.
नई दिल्ली :कांग्रेस नेता और लोकसभा सांसद राहुल गांधी ने असम में बाढ़ की भयावह स्थिति पर दुख व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि बाढ़ से हुई तबाही दिल दहला देने वाली है. उन्होंने केंद्र सरकार से राज्य को शीघ्र सहायता देने का आग्रह किया. राहुल गांधी ने एक्स पर अपने पोस्ट में बाढ़ में हुई जानमाल के नुकसान पर शोक व्यक्त किया. साथ ही उन्होंने शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त की.
राहुल गांधी ने लिखा,'असम में बाढ़ से हुई तबाही दिल दहला देने वाली है. 8 साल के अविनाश जैसे मासूम बच्चे हमसे दूर चले गए. राज्य भर के सभी शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना.' राहुल गांधी ने राज्य में मौजूदा बाढ़ की स्थिति को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधा और कहा कि यह आपदा भाजपा के घोर और गंभीर कुप्रबंधन को दर्शाती है.
राहुल गांधी ने आगे कहा,'60 से ज्यादा मौतें, 53,000 से अधिक विस्थापित, 24 लाख लोग प्रभावित हो गए हैं. पोस्ट में कहा गया है कि ये संख्याएं भाजपा की डबल इंजन वाली सरकार के घोर और गंभीर कुप्रबंधन को दर्शाती है. ये बाढ़ मुक्त असम के वादे के साथ सत्ता में आई थी. उन्होंने कहा, 'असम को एक व्यापक और संवेदनशील दृष्टिकोण की आवश्यकता है. साथ ही अल्पावधि में उचित राहत, पुनर्वास और मुआवजा, तथा दीर्घावधि में बाढ़ को नियंत्रित करने के लिए एक अखिल पूर्वोत्तर जल प्रबंधन प्राधिकरण की आवश्यकता है.'
राहुल गांधी ने आगे कहा, 'मैं असम के लोगों के साथ खड़ा हूं, मैं संसद में उनका सिपाही हूं और मैं केंद्र सरकार से आग्रह करता हूं कि वह राज्य को हर संभव मदद और समर्थन शीघ्र मुहैया कराए.' इस बीच अध्यक्ष भूपेन बोरा के नेतृत्व में असम प्रदेश कांग्रेस समिति (एपीसीसी) की एक टीम ने राहुल गांधी को एक ज्ञापन सौंपा. इसमें उनसे संसद में असम की मुद्दा उठाने का आग्रह किया गया.
एपीसीसी के आधिकारिक पत्र के अनुसार असम की बाढ़ की समस्या का निदान पहाड़ियों में है. पहाड़ियों में बड़े पैमाने पर वनों की कटाई के कारण असम की नदियों में भारी मात्रा में गाद जमा हो गई है. इसके परिणामस्वरूप नदी तल का जलस्तर बढ़ गया है, जिससे असम की नदियों की जल वहन क्षमता धीरे-धीरे कम हो गई है.