रांचीःभाजपा युवा मोर्चा के आक्रोश रैली योजना सम्मेलन में असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने जमकर हेमंत सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि 23 अगस्त को राज्य का एजेंडा अब राज्य का युवा तय करेंगे. उन्होंने कहा कि आज राज्य में दो ही प्रमुख मुद्दे हैं. एक तरफ राज्य सरकार की वादाखिलाफी पर जनता में आक्रोश तो दूसरी तरफ घुसपैठियों से राज्य को बचाना है. उन्होंने कहा कि हमें मिलकर घुसपैठियों से लड़ना है.
घुसपैठिए हिंदुओं को कर रहे टारगेट
सीएम हिमंता ने कहा घुसपैठिए जाति देखकर हमला नहीं कर रहे, बल्कि हिंदुओं को मार रहे हैं. घुसपैठियों के कारण राज्य की डेमोग्राफी बदल चुकी है. राज्य के 19 विधानसभा क्षेत्र में 20% से ज्यादा घुसपैठिए बढ़े हैं. चाहे तारानगर हो,गोपीनाथपुर हो या गायबथान.
राज्य में चल रहा घुसपैठियों का शासन
असम के सीएम ने कहा कि यहां आदिवासी मुख्यमंत्री का नहीं, बल्कि घुसपैठियों का शासन चल रहा है. हॉस्टल में आदिवासी बेटा रो रहा और हेमंत सरकार उन्हें नक्सली बताकर मुकदमा दर्ज करा रही है.
ममता बनर्जी की धमकी पर चुप रहे हेमंत
राज्य सरकार को ममता बनर्जी धमकाती है और हेमंत सोरेन चुप रहते हैं. युवा आक्रोश रैली नए झारखंड का निर्माण करेगा. इस हुंकार से भविष्य में कोई सरकार युवाओं को फिर से ठगने की हिम्मत नहीं करेगी.उन्होंने कहा कि शिबू सोरेन के बेटे को आगामी 23अगस्त को गद्दी छोड़ने के लिए राज्य की युवा शक्ति बाध्य कर देगी.
23 अगस्त को बीजेपी युवा मोर्चा की ओर से आक्रोश रैली
बता दें कि आगामी 23 अगस्त को बीजेपी युवा मोर्चा की ओर से आक्रोश रैली का आयोजन किया जाएगा. इसकी सफलता को लेकर शनिवार को राजधानी रांची के कार्निवाल बैंक्वेट हॉल में बीजेपी युवा मोर्चा के आक्रोश रैली योजना सम्मेलन का आयोजन किया गया था. कार्यक्रम में असम के मुख्यमंत्री और विधानसभा चुनाव सह प्रभारी हिमंता बिस्वा सरमा ने शिरकत की और कार्यकर्ताओं में जोश भरने का काम किया.
हेमंत सोरेन को झूठ बोलने में माहिरः हिमंता
सीएम हिमंता ने राज्य सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि इतने झूठ बोलने वाले मुख्यमंत्री कहीं नहीं हैं. ऐसा लगता है हेमंत सोरेन रात को सपना देखते हैं और सुबह में वादा कर देते हैं, पर जनता जानना चाहती है कि हेमंत सोरेन सच कब बोलते हैं. हेमंत सोरेन न वादा निभाते हैं, न जनता से माफी मांगते हैं. मुख्यमंत्री का बोलने का तरीका डेमोक्रेटिक नहीं है. 2019 में जनता को धोखा दिया. अब 5 लाख नौकरी, बेरोजगारी भत्ता, बांग्लादेशी घुसपैठ पर बोलने को तैयार नहीं हैं. ऐसी सरकार अगर आगे चली तो राज्य के युवाओं का कोई भविष्य नहीं बचेगा.