मुंबई:महायुति गठबंधन के सीएम उम्मीदवार के नाम पर जारी सस्पेंस के बीच 5 दिसंबर को महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह के लिए मुंबई के आजाद मैदान में तैयारी हो रही है. विधानसभा चुनाव में भारी जीत हासिल करने वाले गठबंधन के नेताओं ने आंतरिक कलह की अटकलों को खारिज कर दिया है. हालांकि, गठबंधन में शामिल बीजेपी-शिवसेना और एनसीपी गठबंधन के टॉप तीन नेता इस महत्वपूर्ण आयोजन से पहले तीन अलग-अलग शहरों में हैं.
महाराष्ट्र चुनाव में 230 से ज्यादा लोकसभा सीटें जीतने वाले महायुति गठबंधन ने अभी तक राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से संपर्क नहीं किया है और महाराष्ट्र में अगली सरकार बनाने का दावा पेश नहीं किया है. जानकारी के मुताबिक भाजपा के देवेंद्र फडणवीस आज मुंबई में थे, एकनाथ शिंदे ठाणे में और अजित पवार नई दिल्ली में हैं.
ठाणे में चले गए एकनाथ शिंदे
शिंदे ने पिछले महीने घोषणा की थी कि वह भाजपा के सीएम पद के उम्मीदवार का समर्थन करेंगे. हालांकि, पिछले कुछ दिनों से वह स्वास्थ्य समस्याओं का हवाला देते हुए ठाणे में चले गए हैं. वहीं, एनसीपी प्रमुख अजित पवार आज राष्ट्रीय राजधानी में भाजपा नेता अमित शाह से मुलाकात करेंगे.
एनसीपी नेता सुनील तटकरे ने कहा, "अमित शाह अभी चंडीगढ़ में हैं. हम आज रात राजनीतिक चर्चा कर सकते हैं. हम इस बारे में बात करेंगे कि क्या हो रहा है." गौरतलब है कि सीएम पद के लिए देवेंद्र फडणवीस सबसे आगे हैं. हालांकि, विपक्ष का दावा है कि बीजेपी राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में किसी नए चेहरे को पेश कर सकती है.
शपथ समारोह की तैयारियां
महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले समारोह की तैयारियों की देखरेख कर रहे हैं. उन्होंने सोमवार को दक्षिण मुंबई में कार्यक्रम स्थल का दौरा किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस कार्यक्रम में शामिल होने की उम्मीद है. तैयारियों को अंतिम रूप देने के लिए मंगलवार को राज्य भाजपा कार्यालय में एक बैठक हुई. इसमें मुंबई यूनिट के प्रमुख आशीष शेलार, महाराष्ट्र विधान परिषद में पार्टी के नेता प्रवीण दारेककर, प्रसाद लाड और अन्य लोग शामिल हुए.
बीजेपी ने बुधवार सुबह होने वाली बैठक के लिए केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण और गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपानी को केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किया है. इस बैठक में राज्य विधायक दल का नेता चुना जाएगा.
शिवसेना ने मतभेद की अटकलों को किया खारिज
शिवसेना नेता दीपक केसरकर ने सोमवार को कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में लड़ा गया था और यह बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व पर निर्भर है कि वह उनका कद कैसे बनाए रखेगी. केसरकर ने कहा, "हमारे नेता ने पहले ही साबित कर दिया है कि शिवसेना का सही मायनों में प्रतिनिधित्व कौन करता है. अब यह दिल्ली (भाजपा केंद्रीय नेतृत्व) पर निर्भर है कि वह उनका कद कैसे बनाए रखे. हम उस निर्णय में हस्तक्षेप नहीं करेंगे." इस बीच उन्होंने शिवसेना की ओर से मतभेद की अटकलों को भी खारिज कर दिया.
उन्होंने कहा, "शपथ ग्रहण समारोह 5 दिसंबर को होना है. ऐसे में कुछ बेबुनियाद अफवाहें फैलाई जा रही हैं. कार्यवाहक मुख्यमंत्री के तौर पर एकनाथ शिंदे की इन देरी में कोई भूमिका नहीं है. भाजपा की आंतरिक चयन प्रक्रिया उनका मामला है. शिंदे पहले ही बता चुके हैं कि वे उनके द्वारा लिए गए किसी भी फैसले को स्वीकार करेंगे."
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पद भाजपा को मिलने की संभावना है, जबकि शिवसेना और एनसीपी को उपमुख्यमंत्री पद मिल सकते हैं. इस बीच, केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने आज दावा किया कि भाजपा के शीर्ष नेताओं ने एकनाथ शिंदे को महायुति गठबंधन के प्रमुख का पद देने की पेशकश की थी, लेकिन उन्होंने मना कर दिया.