नई दिल्ली:दिल्ली विधानसभा सत्र के दूसरे और आखिरी दिन आम आदमी पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल ने सदन में आरएसएस और पीएम मोदी पर जमकर निशाना साधा. वहीं, पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने शराब घोटाले में अपनी गिरफ्तारी और जांच एजेंसियों की पूछताछ की कहानी को सुनाया. केजरीवालने कहा कि, मैंने चार-पांच दिन पहले मोहन भागवत को एक चिट्ठी लिखी थी. उसमें पांच मुद्दों पर बात की थी. एक मुद्दा यह भी था कि जिस तरह से प्रधानमंत्री मोदी इस देश की सबसे भ्रष्ट नेताओं को ईडी और सीबीआई से डराकर दूसरी पार्टियों से तोड़-तोड़ कर अपनी पार्टी में शामिल कर रहे हैं, क्या मोहन भागवत इससे सहमत हैं?
RSS कार्यकर्ताओं पर आता है तरसःउन्होंने कहा कि मुझे उन आरएसएस कार्यकर्ताओं पर तरस आता है, जिन्होंने अपना पूरा जीवन संगठन के लिए समर्पित कर दिया, लेकिन उन्हें चुनाव टिकट नहीं मिल रहे हैं. दूसरी ओर, कांग्रेस और अन्य दलों से (भाजपा में) आने वालों को टिकट दिए जा रहे हैं. उन्होंने (भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार) कई राज्य सरकारों को भी गिराया है. मार्च 2016 से मार्च 2024 तक पीएम मोदी ने कम से कम 15 बार 13 राज्य सरकारों को गिराने की कोशिश की है. उनमें से वे 10 सरकारों को गिराने में सफल रहे.
"कुछ दिन पहले, मैंने (आरएसएस प्रमुख) मोहन भागवत को एक पत्र लिखा था और पांच मुद्दे उठाए थे. उनमें से एक मुद्दा यह था कि कैसे पीएम मोदी अन्य दलों के सबसे भ्रष्ट राजनेताओं को अपनी पार्टी में शामिल कर रहे हैं और क्या मोहन भागवत उनसे सहमत हैं? 27 जून 2023 को पीएम मोदी ने कहा था कि अजित पवार 27,000 रुपये के भ्रष्टाचार के मामले में शामिल हैं और इसके पांच दिन बाद ही उन्हें (महाराष्ट्र सरकार में) उपमुख्यमंत्री बना दिया गया." -अरविंद केजरीवाल, दिल्ली विधानसभा में
मोदी जी के 25 नगीने:केजरीवालने कहा कि, 27 जून 2023 को प्रधानमंत्री ने कहा था अजीत पवार 70 हजार करोड़ के घोटाले का आरोप है, हम इनको जेल भेजेंगे. 5 दिन बाद 2 जुलाई 2023 को उनको अपनी पार्टी में शामिल कर दिया और उपमुख्यमंत्री बना दिया. वे भागवत जी से पूछना चाहते हैं कि क्या बीजेपी को इनके नेता को शर्म नहीं आती है. असम के अंदर 22 जुलाई 2015 को हेमंत विश्व सरमा को भ्रष्टाचारी कहती है और फिर उसे अपनी पार्टी में शामिल कर लेती है. ऐसे मोदी जी के 25 नगीने हैं, हीरे हैं जो चुन-चुन के मोदी जी ने दूसरी पार्टियों से इकट्ठे किए हैं.
लालकिले से भाषण देने में पीएम को शर्म नहीं आती?:केजरीवाल ने कहा पीएम को शर्म नहीं आती है लालकिले पर खड़े होकर भाषण देते हुए. अकबर के जमाने में नवरत्न होते थे, प्रधानमंत्री के 25 नगीने है. आरएसएस के कई लोग हैं, विभिन्न प्रचारक कहते हैं जिन्होंने अपनी जिंदगी हमेशा आरएसएस को दी है. जब वह घर-घर जाते होंगे तो क्या कहते होंगे, जनता से सामना कैसे करते होंगे. आरएसएस से पूछना चाहता हूं, कैसे आप लोग अपने मोहल्ले के अंदर जाते होंगे. मुझे आरएसएस के ऊपर दया आती है. उनका काम सिर्फ दरी बिछाने का रह गया है.
10 राज्य की सरकारें गिराई:भाजपा पर बड़ा आरोप लगाते हुए केजरीवाल ने कहा इन्होंने कई सरकारों की चोरियों की. मार्च 2016 से मार्च 2024 तक प्रधानमंत्री ने 13 राज्य सरकारों को गिराने की कोशिश की 10 में वे सफल भी हुए. उन्होंने ईडी और सीबीआई भेजकर सरकारों की चोरी की है. आज इन्होंने एमसीडी की चोरी की. मोहन भागवत जी की जिम्मेदारी बनती है वे खुलकर कहें कि वे भाजपा का समर्थन करते हैं या नहीं करते हैं.
भाजपा वाले ईडी-सीबीआई के पीछे पड़े थे कि शराब घोटाले को 10 हजार करोड़ का घोटाला बनाओ:वहीं, पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भाजपा पर ईडी- सीबीआई के दुरुपयोग करने की बात कही. उन्होंने कहा कि इन लोगों ने आतंकवादियों और ड्रग माफिया पर लगने वाला कानून मेरे और अरविंद केजरीवाल पर लगाकर हमें जेल भिजवा दिया. मुझे कस्टडी के दौरान कुछ अफसरों ने भाजपा के कुकर्मों, कुचक्रों और साजिशों के बारे में भी बताया. अफसरों ने बताया कि भाजपा वाले ईडी-सीबीआई के पीछे पड़े थे कि कथित शराब घोटाले को 10 हजार करोड़ का घोटाला बना दो, लेकिन अफसरों ने कहा कि जब किसी के पास से एक चवन्नी नहीं मिली, तो कैसे बना दें? इसलिए आज मैं चोरों की आंख में आंख डालकर कह रहा हूं कि तुम्हें छोड़ेंगे नहीं. भाजपा की तमाम साजिशों के बावजूद आज वे सीना चौड़ा करके खड़ा हैं.
जांच एजेंसियों की कस्टडी में सिसोदिया के साथ होता था यहः सिसोदिया ने कहा कि इन्होंने जो मनोहर कहानियां रची उसमें कुछ नहीं निकला और आगे भी कुछ नहीं निकलेगा. मैं ईडी और सीबीआई की कस्टडी में रहा हूं. कस्टडी में उन बेचारे अफसरों के पास कुछ पूछने के लिए नहीं होता था. 10-15 मिनट आधे घंटे बात करते थे. 24 घंटे कस्टडी में रखते थे तो मेरे से गप्पे मारते थे, बातें बताते थे. फिर वो भी धीरे-धीरे खुलने लगे और बताने लगे कि उन्हें ये सब क्यों करना पड़ रहा है. बेचारे इज्जत भी करते थे, बोलते थे कि हमारे घर में भी थोड़ी सी दिक्कत है. समझ नहीं आ रहा है, बच्चों को कैसे पढ़ाएं. मैं बैठकर उनके बच्चों को भी गाइड करता था. पूछताछ के नाम पर उन्होंने बहुत बयान लिए. लेकिन उन्होंने जब पूरे आत्मविश्वास के साथ असली मामला बताया तो मैं भी सुनकर चौंक गया. भाजपा सीबीआई और ईडी दोनों के पीछे पड़ी हुई थी कि किसी भी तरह इस तथाकथित शराब घोटाले को 10 हजार करोड़ रुपए का घोटाला बनाओ. अधिकारियों ने कहा कि 10 हजार करोड़ का घोटाला तो तब बनाएं जब एक चवन्नी भी मिले. यहां तो किसी से यहां चवन्नी भी नहीं मिल रही. कहां से 10 हजार करोड़ का केस बनाएं?
राम-लक्ष्मण 1.5 बाद साथ सदन में आएः सीएम आतिशी ने विधानसभा को संबोधित करते हुए कहा, "आज मैं आम आदमी पार्टी के सभी विधायकों से कहूंगी कि ये सत्र और दिन हमारे लिए बहुत ख़ुशी का है क्योंकि हमारी पार्टी के राम-लक्ष्मण अरविंद केजरीवाल जी और मनीष सिसोदिया जी दोनों एक साथ इस सदन में बैठे हुए हैं."
उन्होंने कहा कि हम सबके मन में दुख भी है क्योंकि वो व्यक्ति वो नेता अरविंद केजरीवाल जी जिन्हें दिल्ली की जनता ने प्रचंड बहुत से जीताकर भेजा. भाजपा के षड्यंत्रों की वजह से उनको इस्तीफ़ा देना पड़ा. आज वो मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नहीं बैठे जिस पर उन्हें दिल्ली की जनता ने बैठाया था. इसका हमें बहुत दुख है.
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