नई दिल्ली: दो नये निर्वाचन आयुक्तों के चयन के लिए प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली उच्चाधिकार समिति की बैठक समाप्त हो गई है. बैठक समाप्त होने के बाद कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि मुझे 212 लोगों के नाम की लिस्ट दी गई थी. उन्होंने कहा कि सरकार जो चाहेगी वही चुनाव आयुक्त बनेगा क्योंकि कमेटी के पास सरकार का बहुमत है. उन्होंने कहा कि सुखबीर सिंह संधू, ज्ञानेश कुमार मुख्य चुनाव आयुक्त बने. वहीं, कांग्रेस नेता ने आरोप लगाते हुए कहा कि मैं चयन के तरीके से सहमत नहीं हूं. उन्होंने चीफ जस्टिस को इस कमेटी में शामिल नहीं करने पर भी सवाल उठाए.
अधीर रंजन ने कहा कि ज्ञानेश कुमार केरल के हैं. वहीं, संधू पंजाब से. उन्होंने कहा कि इतने कम समय में नामों का चयन करना टेढ़ी खीर है. कांग्रेस नेता ने कहा कि केंद्र सरकार की तरफ से 212 नामों में से 6 नाम दिए गए हैं. इनमें उत्पल कुमार सिंह, प्रदीप कुमार त्रिपाठी, ज्ञानेश कुमार, इंदीवर पांडे, सुखबीर सिंह संधु और गंगाधर राहत के नाम शामिल थे. ज्ञानेश कुमार और सुखबीर सिंह संधू का चयन निर्वाचन आयुक्त के रूप में किया गया है.
जानकारी के मुताबिक ज्ञानेश कुमार हाल ही में सचिव पद से सेवानिवृत्त हुए हैं. ज्ञानेश कुमार जिस मंत्रालय से रिटायर हुए हैं वह अमित शाह से संबंधित है. इससे पहले वे होम मिनिस्ट्री में कश्मीर डिवीजन के ज्वाइंट सेक्रेटरी थे.
वहीं, इससे पहले सूत्रों ने बताया कि कानून मंत्रालय ने आज दोपहर 12 बजे होने वाली बैठक के लिए समिति के सभी सदस्यों को एक संशोधित पत्र भेजा गया था. यह बैठक पहले 15 मार्च को शाम 6 बजे होनी थी. निर्वाचन आयुक्त अनूप चंद्र पांडेय की पिछले महीने सेवानिवृत्ति और अरुण गोयल के शुक्रवार को अचानक इस्तीफे से निर्वाचन आयुक्तों के दो पद रिक्त हो गए हैं.