अंबाला : झारखंड में मंत्री आलमगीर आलम के निजी सचिव के नौकर के घर पर ED की छापेमारी में 25 करोड़ रुपए से ज्यादा की नगदी मिलने पर हरियाणा के पूर्व गृह मंत्री अनिल विज ने कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए बड़ा हमला किया है. वहीं उन्होंने जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम फारुक अब्दुल्ला और पंजाब के पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी को भी खरी-खरी सुनाई है.
झारखंड में ईडी की रेड पर विज का निशाना :झारखंड में ईडी की रेड के दौरान मंत्री आलमगीर आलम के निजी सचिव के नौकर के घर से नोटों का पहाड़ मिलने पर हरियाणा के पूर्व गृह मंत्री अनिल विज ने कांग्रेस को जमकर आड़े हाथों लिया और कहा कि कांग्रेस के प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने कहा था कि जब सरकार 1 रुपया खर्च करती है तो लोगों के पास सिर्फ 15 पैसे ही पहुंचते हैं. विज ने कहा कि ईडी की रेड में जो मिल रहा है, वो 1 रुपये में से बाकी बचे 85 पैसे है, जो वहां से निकल रहे हैं. अनिल विज ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस राज में देश में विकास नहीं हो सका क्योंकि तब भ्रष्टाचार का बोलबाला था.
फारूक अब्दुल्ला को बताया पाकिस्तान का प्रवक्ता :इसके साथ ही उन्होंने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के POK पर दिए बयान के बाद आई जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला की प्रतिक्रिया का सख्ती से विरोध किया. फारूक अब्दुल्ला ने POK के भारत में विलय को लेकर कहा था कि पाकिस्तान ने भी चूड़ियां नहीं पहन रखी है, उसके पास भी एटम बम है जो भारत पर गिरेंगे. अनिल विज ने फारूक अब्दुल्ला के इस बयान पर बोलते हुए कहा कि फारूक अब्दुल्ला असल में पाकिस्तान के प्रवक्ता है. पाकिस्तान को जो बात कहनी होती है, उसे ये कह देते है. उन्होंने आगे कहा कि पाकिस्तान की चूड़ियां हमने कईं बार तोड़ी है, लगता है उन्हें 1965, 1971 और करगिल की मार याद नहीं है. साथ ही हमने पाकिस्तान को उसकी सीमा में घुसकर सबक सिखाया है.
चन्नी को बताया पाकिस्तान का एजेंट : पुंछ में एयरफोर्स जवानों पर आतंकवादी अटैक को पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने बीजेपी की स्टंटबाजी बताया था जिस पर बोलते हुए अनिल विज ने कहा कि दरअसल वे पाकिस्तान के एजेंट हैं. वे हिंदुस्तान में बैठकर पाकिस्तान की बात करते हैं और कांग्रेस के युवराज के पक्ष में पाकिस्तान प्रचार करता है. दोनों ने हाथ मिला रखा है. लोगों को सोचना समझना चाहिए कि ये हमेशा भारत की पाकिस्तान के खिलाफ की गई कार्रवाई के सबूत क्यों मांगते हैं, जबकि पाकिस्तान नहीं मांगता.