जयपुर. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का वीडियो एडिटिंग कर वायरल करने के मामले में भाजपा आग बबूला है. देश भर में इस घटना की कड़े शब्दों की निंदा के साथ भाजपा कानूनी लड़ाई के लिए भी मोर्चा खोल दिया है. जयपुर में बीजेपी की सोशल मीडिया विभाग ने साइबर क्राइम पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई है. इस दौरान भाजपा प्रबुद्धजन प्रकोष्ठ के संयोजक राजेंद्र सिंह शेखावत और सोशल मीडिया विभाग के सह संयोजक अजय विजयवर्गीय ने रिपोर्ट दी.
साइबर क्राइम पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज : भाजपा सोशल मीडिया विभाग के प्रदेश सह संयोजक अजय विजयवर्गीय ने बताया कि सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स और फेसबुक पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का एक वीडियो वायरल किया जा रहा है. यूजर की ओर से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के वीडियो को एडिटिंग कर एक जाति समुदाय को उकसाने का प्रयास किया जा रहा है. इससे लोकसभा चुनावों के दौरान सामाजिक सौहार्द बिगड़ने की संभावनाओं को देखते हुए भाजपा की ओर से यूजर के खिलाफ साइबर पुलिस थाने में रिपोर्ट दी गई है.
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विजयवर्गीय ने बताया कि यूजर की ओर से वीडियो में एडिटिंग कर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयान को आरक्षण समाप्त करने वाला बताते हुए इसे वायरल कर दिया. जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित भाजपा के सभी वरिष्ठ राजनेताओं ने आरक्षण को लेकर संविधान में किसी भी तरह का बदलाव नहीं करने का आश्वासन दिया है. वहीं, दूसरी ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि आरक्षण और बाबा साहब का अपमान कांग्रेस पार्टी ने किया है.
कांग्रेस पार्टी ओबीसी के साथ एसटी-एससी के आरक्षण में से एक समुदाय विशेष के लोगों को आरक्षण देना चाहती है. ऐसे में चुनावों के दौरान आमजन को कांग्रेस पार्टी आरक्षण को लेकर गुमराह कर रही है. दरअसल, सोशल मीडिया पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का एक वायरल हुआ था, जिसमें वे आरक्षण को खत्म करने की बात करते नजर आ रहे थे. बीजेपी और गृह मंत्रालय दोनों ने ही इस वीडियो को फेक बताया है.