रांची: झारखंड में बांग्लादेशी घुसपैठ के मुद्दे पर सियासी पारा लगातार चढ़ता जा रहा है. एक तरफ बीजेपी घुसपैठ का आरोप लगा रही है, वहीं सीएम हेमंत सोरेन का कहना है कि अगर घुसपैठ हुई है तो इसे रोकने की जिम्मेदारी केंद्र सरकार की है, राज्य सरकार की नहीं. अब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इसका जवाब दिया है.
अमित शाह ने हेमंत सोरेन को जवाब देते हुए कहा कि बंगाल में घुसपैठ नहीं रुकी है, क्योंकि वहां का स्थानीय प्रशासन घुसपैठ को बढ़ावा देता है. उसी तरह झारखंड में भी घुसपैठ नहीं रुकी है, यहां का स्थानीय प्रशासन भी घुसपैठ को बढ़ावा देता है. अमित शाह ने कहा कि सभी बॉर्डर पर बीएसएफ है. असम में भी बीएसएफ है. लेकिन भारत और बांग्लादेश की सीमा बहुत विषम है. कई नदियां हैं, नाले हैं, कई पहाड़ हैं, कई जंगल हैं, हर जगह सुरक्षा संभव नहीं है.
उन्होंने हेमंत सोरेन से कहा कि मैं हेमंत बाबू से पूछना चाहता हूं कि अगर कोई घुसपैठिया आपके झारखंड में घुस जाता है, तो आपका पटवारी क्या करता है. आपका कलेक्टर क्या करता है. पुलिस में शिकायत क्यों नहीं की जा रही है. भारत सरकार में शिकायत क्यों नहीं की जा रही है? उन्होंने कहा कि अगर यहां भाजपा की सरकार बनती है तो हम न सिर्फ उन्हें रोकेंगे बल्कि उन्हें डिपोर्ट करने का भी काम करेंगे.
अमित शाह ने सवाल करते हुए कहा कि हेमंत बाबू जिम्मेदारी से आप भाग नहीं सकते, क्या उलूल जूलूल सवाल पूछते हो, आपकी जवाबदेही नहीं है? ऐसा कोई मुख्यमंत्री होता है? जो राज्य की सीमाओं में घुसपैठ हो और जिम्मेदारी केंद्र पर थोपे, और आपका तो इरादा भी नहीं है. हाईकोर्ट ने पूछा कि आप इसे रोकने के लिए प्रयास करेंगे, को शपथ पत्र पर आपकी सरकार ने ना बोला है कि हम नहीं रोकेंगे. लेकिन अब आपका समय समाप्त हुआ, अब भाजपा की सरकार बनने जा रही है. हम इसे रोकेंगे भी, चिन्हित भी करेंगे और वापस भी भेजेंगे.