नई दिल्ली :तिहाड़ जेल से जमानत पर बाहर आने के बाद आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और दिल्ली के पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया शनिवार को पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत सुबह पहले कनॉट प्लेस स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर गए. वहां पर उन्होंने भगवान का आशीर्वाद लिया और उसके बाद में सीधे राजघाट जाकर बापू की समाधि पर नमन किया.
शनिवार सुबह 11:25 बजे आम आदमी पार्टी कार्यालय पहुंचे सिसोदिया
शनिवार सुबह 11:25 बजे मनीष सिसोदिया राउज एवेन्यू स्थित आम आदमी पार्टी कार्यालय पहुंचे. उनके आने की सूचना मिलते ही समर्थक दफ्तर के अंदर जमा हो गए. उनकी गाड़ी अंदर आई, सिसोदिया गाड़ी से नीचे उतरे, उन्होंने हाथ हिलाकर समर्थकों का अभिवादन किया और वह अंदर चले गए. इधर कार्यकर्ताओं से संबोधन के लिए कार्यालय के जिस हिस्से में पंडाल लगाया गया था वहां पर स्टेज पर पहली कतार में कुल 10 कुर्सियां लगी थी. जिन पर उन नेताओं के नाम लिखा है जो उस पर बैठेंगे.
"मेरा रंग दे बसंती चोला" गाने के जरिए दिया देशभक्ति की संदेश
पार्टी कार्यालय में सुबह से ही "मेरा रंग दे बसंती चोला" गीत साउंड बॉक्स के जरिए बजाया जा रहा था. आम आदमी पार्टी कार्यालय में जब भी कोई बड़ा आयोजन होता है तब यही देशभक्ति के गाने बजाया जाता है और आज पार्टी के लिए एक बड़ा दिन है. जब 17 महीने के बाद मनीष सिसोदिया जेल से जमानत पर आए हैं तो इस अवसर पर भी सुबह से लगातार यही गाना बजाया जा रहा है.
नारे लगाए भ्रष्टाचार का एक ही काल केजरीवाल
दोपहर ठीक 12 बजे मनीष सिसोदिया ने मंच पर आए उन्होंने कार्यकर्ताओं से नारे लगवाए," भ्रष्टाचार का एक ही काल केजरीवाल, केजरीवाल". सिसोदिया बोले "इस देश मे केजरीवाल का नाम ईमानदारी का प्रतीक बन गया है. भाजपा केजरीवाल की ईमानदारी की छवि को बिगाड़ने की कोशिश की है. लेकिन भ्रष्टाचार का एक ही काल केजरीवाल है. जेल में 17 महीने में इन आंसुओं ने ही मुझे ताकत दी है. जब जेल गया था तब उम्मीद थी 7-8 महीने बाहर आ जाऊंगा, लेकिन 17 महीने लग गए. मेरे ऊपर संजय सिंह के ऊपर ऐसे धाराएं लगाई गई, हमें जेल में सड़ाने के लिए. लेकिन बजरंगबली का आशीर्वाद है, आज बाहर हूँ." केजरीवाल के जेल में बंद होने पर सिसोदिया ने कहा, " हम तो रथ के घोड़े हैं, असली साथी जेल में बंद हैं वह जल्दी बाहर आएंगे. वह बजरंगबली की कृपा से बाहर आएंगे."
बाबा साहेब का संविधान और वकीलों का किया शुक्रिया
अपने संबोधन में सिसोदिया ने आज बाबा साहेब का और सुप्रीम कोर्ट का शुक्रिया अदा किया. उन्होंने कहा उन वकीलों का भी शुक्रगुजार हूं जिन्होंने कोर्ट के धक्के खाकर हमें बाहर निकाला, मेरे लिए सिंघवी साहेब भगवान स्वरूप हैं. इन्होंने अदालत के सामने भाजपा के झूठ का पर्दाफाश किया.
जेल में इस तरह बिताया समय
17 महीने जेल में रहने के दौरान क्या किया इस पर बोलते हुए सिसोदिया ने कहा कि इस स्टेज के एक चौथाई हिस्से में बने जेल के कमरे में मैंने दिन-रात बिताए, मैंने तो जंतर-मंतर पर अखबार बिछाकर सोया, मुझे कोई तकलीफ नहीं हुई, लेकिन दर्द होता जब बाहर मेरे कार्यकर्ताओं को यहां पीटा जा रहा था, जिस मिट्टी पर भगत सिंह के पसीने की बूंदें गिरी हैं, वहां हम जैसे कार्यकताओं को ईडी-सीबीआई जैसे तोता मैना क्या तोड़ पाएंगी.
जेल में 300 के करीब किताबें पढ़ी-सिसोदिया