नई दिल्ली: दिल्ली शराब घोटाले में मनी लांड्रिंग के आरोप में तिहाड़ जेल में बंद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को एक और झटका लगा है. दिल्ली सरकार के ही सतर्कता निदेशालय ने बुधवार को मुख्यमंत्री के निजी सचिव बिभव कुमार की नियुक्ति को अवैध और अमान्य बताते हुए उनकी सेवाएं समाप्त कर दी हैं. सतर्कता निदेशालय द्वारा यह फैसला ऐसे समय पर लिया गया है जब दो दिन पहले ही ईडी ने शराब घोटाले में बिभव कुमार को पूछताछ के लिए बुलाया था. तिहाड़ जेल में बंद अरविंद केजरीवाल से अभी प्रतिदिन मिलने वाले लोगों की सूची में परिजनों के अलावा बिभव का भी नाम शामिल है.
तत्काल प्रभाव से सेवाएं समाप्त
दिल्ली सरकार के सतर्कता विभाग के विशेष सचिव वाईवीवीजे राजशेखर द्वारा पांच पेज के जारी आदेश में बिभव कुमार की सेवाएं तत्काल प्रभाव से समाप्त करने के आदेश दिए हैं. उन्होंने आदेश में बिभव कुमार की अस्थाई नियुक्ति से संबंधित केंद्रीय सिविल सेवा नियमों का उल्लंघन का भी आरोप लगाया है. आदेश में कहा गया है कि बिभव कुमार की हुई नियुक्ति के लिए निर्धारित प्रक्रिया और नियमों का ईमानदारी से पालन नहीं किया गया है. इसलिए ऐसी नियुक्ति अवैध और अमान्य है.
बता दें कि शराब घोटाले मामले की जांच कर रही ईडी ने सोमवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निजी सहायक बिभव कुमार से पूछताछ की थी. प्राप्त जानकारी के अनुसार बिभव कुमार का बयान पीएमएलए के प्रावधानों के तहत दर्ज किया जा रहा है. ईडी के आरोप पत्र के अनुसार बिभव के मोबाइल नंबर का इंटरनेशनल मोबाइल इक्विपमेंट आईडेंटिटी सितंबर 2021 और जुलाई 2022 के बीच चार बार बदला है.
इससे पहले फरवरी में भी केजरीवाल के निजी सचिव के यहां 16 घंटे ED की रेड चली थी. तब मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी ईडी पर हमला बोलते हुए कहा था कि यह सब राजनीतिक द्वेष के चलते हैं कराया जा रहा है. अपने निजी सचिव बिभव कुमार के घर हुई ईडी की रेड को लेकर कहा था कि, 16 घंटे ED के 23 अफ़सरों ने रेड की. गहन छानबीन के बाद उन्हें कुछ नहीं मिला. एक पैसा नहीं मिला, कोई ज्वैलरी नहीं या किसी प्रकार की कोई संपत्ति नहीं, कोई काग़ज़ नहीं. हमें परेशान करने के लिए, आम आदमी पार्टी को कुचलने के लिए की जा रही है. दो साल हो गये जाँच करते करते.