नई दिल्ली: दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे चुके अरविंद सिंह लवली के इस्तीफा देने की बड़ी वजह आम आदमी पार्टी के साथ कांग्रेस के समझौता करने को बताया था. इसको लेकर कल तक किसी भी आम आदमी पार्टी के नेता की ओर से कोई जवाब या प्रतिक्रिया नहीं आई थी. इसको कांग्रेस का अंदरुनी/आतंरिक मामला बताया गया. सोमवार को इस मामले पर आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह का बड़ा बयान आया है.
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय सिंह ने कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष अरविंद सिंह लवली की तारीफ करते हुए कहा है कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी के साथ 'इंडिया गठबंधन' कराने में उनकी (लवली) की अहम भूमिका रही थी. उन्होंने यह भी कहा कि अरविंद सिंह लवली ही वह नेता थे, जिन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की ईडी की ओर से की गई गिरफ्तारी के बाद सबसे पहले उनके आवास के बाहर अपनी उपस्थिति दर्ज कर गिरफ्तारी का विरोध किया था.
संजय सिंह ने कहा कि आम आदमी पार्टी के साथ दिल्ली में समझौता कराने में अहम भूमिका निभाने वाले लवली के आरोपों पर कहा कि उनको यह नहीं पता है कि वह अब इस तरह की बात क्यों कर रहे हैं, लेकिन जिस व्यक्ति में जो खासियत होती है, उसकी खुलेआम प्रशंसा करना या कहने में कोई बुराई नहीं होती है. वह कांग्रेस-आम आदमी पार्टी के तालमेल में अहम भूमिका निभाने वाले नेता रहे हैं.
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गौरतलब है कि दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से अरविंदर सिंह लवली ने रविवार सुबह में अपना इस्तीफा दे दिया था. उनकी तरफ से अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को भेजा गया इस्तीफा दोपहर बाद स्वीकार कर लिया गया था. इस बाबत आधिकारिक जानकारी दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी दीपक बावरिया की ओर से दी गई थी. अरविंदर सिंह लवली के पद छोड़ने के बाद अब नए अध्यक्ष की नियुक्ति की तैयारी की जा रही है. हालांकि, अभी नए अध्यक्ष का नाम तय नहीं हुआ है.
सूत्र बताते हैं कि पंजाब के प्रभारी और दिल्ली की बादली विधानसभा से पूर्व विधायक देवेंद्र यादव को प्रदेश कांग्रेस का नया अध्यक्ष बनाया जा सकता है. वहीं, आज से चुनाव की नामांकन प्रक्रिया भी शुरू हो गई है. दिल्ली की सातों सीटों पर 25 मई को चुनाव होगा. आम आदमी पार्टी और कांग्रेस दोनों मिलकर इस बार सातों सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं. तीन सीटों पर जहां कांग्रेस तो वहीं चार सीटों पर आम आदमी पार्टी चुनाव लड़ रही है. अरविंद सिंह लवली के आम आदमी पार्टी के समझौते पर बोलने को लेकर पार्टी को नुकसान होने की उम्मीद भी जताई जा रही है.
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