जींद :INDI गठबंधन का लगता है टाइम ही खराब चल रहा है. पहले तो गठबंधन को एकजुट करने वाले नीतीश कुमार ने इंडी एलायंस को अलविदा कहकर एनडीए ज्वाइन कर लिया और बिहार में बीजेपी के साथ सरकार बना ली. अब आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इंडी एलायंस को जोर का झटका देते हुए पंजाब के बाद हरियाणा विधानसभा का चुनाव अकेले लड़ने का ऐलान कर दिया है.
इंडी गठबंधन को झटके पर झटके :लोकसभा का चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे मोदी को टक्कर देने के लिए बने इंडी एलायंस को झटकों पर झटके लग रहे हैं. बिहार में नीतीश बाबू ने पलटी मारते हुए साथ छोड़ा तो इधर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इंडी एलायंस को बड़ा झटका दे दिया. हरियाणा के जींद में पार्टी की ‘बदलाव जनसभा’ में बोलते हुए आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आने वाले चुनावों को लेकर बड़ा ऐलान कर दिया.
हरियाणा में अकेले चुनाव लड़ेगी AAP :अरविंद केजरीवाल ने बोलते हुए कहा कि इंडी एलायंस जरूर बना है. हम सहमति बनने पर साथ में लोकसभा के चुनाव लड़ेंगे लेकिन आम आदमी पार्टी हरियाणा में विधानसभा की सभी 90 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी. साथ ही उन्होंने हरियाणा के मतदाताओं से चुनाव में झाड़ू के बटन को दबाने और हरियाणा में आम आदमी पार्टी की सरकार बनाने की अपील कर दी. उन्होंने कहा कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार है, पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार है तो ऐसे में हरियाणा का भी तो उद्धार होना चाहिए. केजरीवाल ने आगे कहा कि उन्हें विश्वास है कि आने वाले अक्टूबर में आम आदमी पार्टी की सरकार हरियाणा में जरूर बनेगी.
आसान नहीं इंडी गठबंधन की राह :आपको बता दें कि इस साल हरियाणा में लोकसभा के साथ विधानसभा चुनाव भी होने हैं. पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कुछ दिन पहले ही लोकसभा का चुनाव अकेले लड़ने का ऐलान कर दिया था. अब हरियाणा में 'एकला चलो रे' की राह पर चलते हुए आम आदमी पार्टी ने अकेले ही विधानसभा का चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया. साथ ही दूसरी बड़ी बात जो केजरीवाल ने मंच से कहा, वो ये कि अगर सहमति बनी तो इंडी गठबंधन के साथ मिलकर लोकसभा के चुनाव लड़ेंगे यानि कि अभी तक आम आदमी पार्टी की लोकसभा चुनाव एक साथ लड़ने को लेकर सहमति बनी नहीं है. लगातार मिल रहे झटकों से साफ है कि आने वाले लोकसभा चुनाव में पीएम नरेंद्र मोदी को टक्कर देने की जिस मंशा के साथ ये गठबंधन बना था, वो राह आसान नज़र नहीं आती.
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