रांचीः झारखंड बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को नई दिल्ली स्थित निर्वाचन भवन में भारत निर्वाचन आयोग के मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार से मुलाकात की. इस दौरान बाबूलाल ने भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त को झारखंड के राजमहल विधानसभा क्षेत्र सहित विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में बहुसंख्यक मतदाता का नाम डिलीट होने और समुदाय विशेष बहुल मतदान केंद्रों में मतदाता सूची में हुई अप्रत्याशित वृद्धि को लेकर जानकारी दी. प्रतिनिधिमंडल में नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी, राज्यसभा सांसद आदित्य प्रसाद, प्रदीप वर्मा आदि शामिल थे.
झारखंड में डेमोग्राफी बदलाव की चुनाव आयोग को दी गई जानकारीः बाबूलाल
भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार से मिलने के बाद बाबूलाल मरांडी ने मीडिया से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग से मिलकर झारखंड में डेमोग्राफी बदलाव से संबंधित जानकारी दी गई और चर्चा की गई है.
संथाल परगना के जिलों में हुआ है डेमोग्राफी चेंज
इस दौरान झारखंड बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल ने कहा कि झारखंड में खासकर संथाल परगना प्रमंडल के अंतर्गत आने वाले जिलों में डेमोग्राफी बदलाव तेजी से आया है. उन्होंने कहा कि संथाल के राजमहल, साहिबगंज, पाकुड़, गोड्डा और दुमका विधानसभा में डेमोग्राफी बदलाव का असर दिख रहा है.
झारखंड के 12 विधानसभा क्षेत्र में अप्रत्याशित रूप से वोटरों की संख्या बढ़ी
बाबूलाल ने कहा कि झारखंड के 12 विधानसभा क्षेत्र में 2019 से लेकर 2024 के बीच मतदाता सूची में अप्रत्याशित रूप से एक समुदाय विशेष के मतदाताओं की संख्या में वृद्धि हुई है.
कई विधानसभा क्षेत्र में 30 प्रतिशत से 123 प्रतिशत तक वोटरों की संख्या बढ़ी
उन्होंने कहा कि पार्टी के स्तर पर 10 विधानसभा क्षेत्र का पिछले दिनों विश्लेषण किया गया था.जिसमें पता चला कि 2019 से 2024 के बीच झारखंड के कई विधानसभा क्षेत्र में 30 प्रतिशत से 123 प्रतिशत तक वोटरों की संख्या बढ़ी है. उन्होंने कहा कि जबकि भारत चुनाव आयोग के मापदंड के अनुसार किसी क्षेत्र में वोटरों की संख्या बढ़ती भी है तो 10% से 15% तक. वह भी तब जब उक्त क्षेत्र में उद्योग-धंधे और रोजगार के साधन बढ़े हों. लेकिन जिन इलाकों में वोटरों की संख्या बढ़ी है, वहां न तो कल-कारखाने हैं और न ही उद्योग-धंधे स्थापित हैं.