धनबाद: जिले को अलग हुए 68 साल हो गए हैं. बावजूद इसके एक पोस्ट ऑफिस के मुहर में आज भी पश्चिम बंगाल के मानभूम जिला का नाम अंकित है. यह हकीकत है धनबाद के एक उप डाकघर की, जिसमें आज भी बंगाल के मानभूम जिले का नाम अंकित मुहर का इस्तेमाल किया जाता है.
धनबाद के तोपचांची प्रखंड का उप डाकघर गोमो में आने वाला पोस्ट ऑफिस ब्रांच हरिहरपुर है. यहां आज भी चिट्ठी पत्री और पास बुक समेत तमाम तरह के कार्यों में मानभूम जिले का मुहर ही इस्तेमाल होता है. पोस्टमास्टर दयाल चंद साव का कहना है कि मुहर पर धनबाद अंकित होना बेहद जरूरी है. लेकिन अब भी मानभूम की मुहर का उपयोग करना पड़ रहा है.
पोस्ट मास्टर ने कहा कि नाम मुहर, डेट मुहर और सील मुहर सभी में बंगाल का मानभूम जिला अंकित है. कई लोग इस पर सवाल भी खड़ा करते हैं. लोगों को बताना पड़ता है कि वरीय अधिकारी को चेंज करने के लिए पत्र लिखा गया है. उन्होंने बताया कि इसे ठीक कराने के लिए कई बार अधिकारियों को पत्र लिख चुके हैं. लेकिन अब तक सुनवाई नहीं हुई है. उन्होंने बताया कि 1951 में इस पोस्ट ऑफिस की स्थापना हुई थी.
बता दें कि 1833 से 1956 तक धनबाद बंगाल के मानभूम जिले का अंग था. 24 अक्टूबर 1956 को धनबाद जिले की स्थापना हुई थी. 1956 से पहले धनबाद बंगाल राज्य के मानभूम जिले के तहत एक अनुमंडल था. फिर अविभाजित बिहार में यह जिला बना.
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