बेंगलुरु: दीपावली के मद्देनजर पटाखा फोड़ते समय सात बच्चे हादसे का शिकार हो गए. इन सभी बच्चों की आंखों को नुकसान पहुंचने की वजह से विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है. बताया जाता है कि घायल बच्चों में शंकर अस्पताल में तीन, नारायण नेत्र विज्ञान में तीन और मिंटो अस्पताल में एक गंभीर रूप से घायल को भर्ती कराया गया है.
इसमें आठ वर्षीय बच्चा पटाखे फोड़ते समय आंख में चिंगारी गिरने से गंभीर रूप से घायल हो गयाय बालक को शंकर नेत्र अस्पताल में भर्ती कराया गया है. आशंका है कि बालक की दृष्टि चली जाएगी. वहां के डॉक्टर ने कहा कि उपचार जारी है और आगे की लैब रिपोर्ट का इंतजार है.
वहीं आतिशबाजी देखते समय तीन वर्षीय बालिका की आंख में चिंगारी लगने से कॉर्निया क्षतिग्रस्त हो गया. दूसरी ओर, दस वर्षीय बालक की आंख में चोट लग गई, जब वह यह देखने गया कि पटाखा फोड़ दिया गया था. फिलहाल बालक का उपचार किया जा रहा है.
इसी तरह राजाजीनगर स्थित नारायण नेत्रालय शाखा में दो बच्चों और बन्नेरघट्टा शाखा में एक लड़के का पटाखा जलाने से घायल होने के कारण बाह्य रोगी विभाग में उपचार किया गया है. इस बीच, त्योहार शुरू होने से पहले सरकारी अस्पताल मिंटो में दो मामले सामने आए और गुरुवार शाम एक और नया मामला दर्ज किया गया.
पटाखे जलाते समय 17 वर्षीय एक लड़के की आंख में चोट लग गई, जिसका इलाज किया गया. मिंटो अस्पताल में कुल तीन मामले दर्ज किए गए हैं. 18 वर्षीय एक लड़के और 5 वर्षीय एक बच्चे का उपचार किया जा चुका है. दोनों की आंखें किसी और को पटाखे जलाते हुए देखने के कारण घायल हो गई थीं. इसमें एक लड़के की बाईं आंख का कॉर्निया गंभीर रूप से घायल हो गया था, जिसकी सर्जरी की गई है. इलाडज करने वाले डॉक्टर ने कहा कि दो सप्ताह बाद दृष्टि हानि की सीमा का पता चल सकेगा.
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