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खूंटी की 18 आदिवासी लड़कियों ने जेईई मेन 2025 परीक्षा पास कर रचा इतिहास, जानते हैं सफलता की कहानी बेटियों की जुबानी - JEE MAIN 2025 EXAM

खूंटी की 18 आदिवासी लड़कियों ने जेईई मेन 2025 परीक्षा में सफलता हासिल की है.

JEE MAIN 2025 EXAM
Etv Bharat (ईटीवी भारत)

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Feb 13, 2025, 2:04 PM IST

खूंटीः जिले की 18 आदिवासी लड़कियों ने जेईई मेन 2025 परीक्षा पास कर इतिहास रच दिया है. यह पहली बार है कि राज्य के किसी केजीबीवी स्कूल में पढ़ने वाली इतनी सारी लड़कियों ने प्रतिष्ठित राष्ट्रीय स्तर की जेईई मेन परीक्षा पास की है. यह सभी बच्चियां अलग अलग प्रखंड क्षेत्र की रहने वाली हैं. किसी के पिता नहीं हैं तो किसी की मां नहीं है. कुछ लड़कियों के परिजन मजदूरी करते हैं तो किसी के परिजन सड़क किनारे दुकान लगाकर घर चलाते हैं.

जेईई मेन परीक्षा पास कर इन 18 बच्चियों ने जिले को एक पहचान देने का काम किया है. जेईई मेन परीक्षा पास कर चुकी छात्राओं का सपना है कि वो एक इंजीनियर बने और बिखरे समाज के बीच शिक्षा को बढ़ावा दे. जिला प्रशासन खूंटी द्वारा चलाए जा रहे 'संपूर्ण शिक्षा कवच' अभियान के तहत खूंटी के कालामाटी स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय की छात्राओं ने प्रतिष्ठित जेईई मेन 2025 में सफलता हासिल की है. जिला प्रशासन ने इस उपलब्धि की सराहना की है.

जानकारी देते संवाददाता सोनू अंसारी (ईटीवी भारत)

डीसी लोकेश मिश्रा ने छात्राओं को बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की. डीसी ने कहा कि यह हमारे जिले के लिए गौरव का क्षण है. इन 18 छात्राओं ने साबित कर दिया है कि संसाधनों की कमी के बावजूद अगर उचित मार्गदर्शन और सहयोग मिले तो ग्रामीण क्षेत्र की छात्राएं भी राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगी परीक्षाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकती हैं. उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि न केवल छात्राओं की कड़ी मेहनत का नतीजा है, बल्कि शिक्षकों और जिला प्रशासन द्वारा 'संपूर्ण शिक्षा कवच अभियान' के तहत किए जा रहे निरंतर प्रयासों की पुष्टि भी करती है.

छात्राओं में खासा उत्साह है और जिला प्रशासन द्वारा चलाए जा रहे इस अभियान की सराहना उन्होंने की है. स्कूल की वार्डेन मीना बड़ाईक भी जिला प्रशासन के इस अभियान से उत्साहित हैं और इस जिले की बच्चियों को पढ़ाने में वो खुद को गौर्वान्वित महसूस करती हैं.

खूंटी जिला प्रशासन इस सफलता को ग्रामीण शिक्षा के क्षेत्र में एक क्रांतिकारी बदलाव के रूप में देख रहा है और भविष्य में भी छात्राओं को इसी तरह का सहयोग प्रदान करने के लिए कृतसंकल्पित है. दिलचस्प बात यह है कि इसी स्कूल की 23 छात्राएं जेईई मेन्स 2024 की परीक्षा में शामिल हुई थीं, जिनमें से 22 छात्राएं परीक्षा में सफल रहीं. इसी स्कूल की 'सपनों की उड़ान' कार्यक्रम के तहत इंजीनियरिंग की तैयारी कर रही दस लड़कियों ने भी जेईई मेन्स 2023 में सफलता हासिल की है.

उल्लेखनीय है कि आकांक्षी जिले खूंटी में कम महिला साक्षरता और विज्ञान के प्रति युवा लड़कियों के कम रुझान जैसे मुद्दों को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने अक्टूबर 2021 में खूंटी के केजीबीवी के कलामाटी केंद्र में 'सपनों की उड़ान' कार्यक्रम शुरू किया था. 'सपनों की उड़ान' कार्यक्रम के माध्यम से जिले में छात्राओं के लिए एक मजबूत शिक्षा प्रणाली सुनिश्चित करने का प्रयास किया जा रहा है.

कार्यक्रम के तहत, खूंटी के केजीबीआरवी में कक्षा 11वीं और 12वीं की छात्राओं को भौतिकी, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान और गणित के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन कोचिंग प्रदान की जा रही है ताकि इंजीनियरिंग और मेडिकल परीक्षाओं में सफलता प्राप्त करने में मदद मिल सके.

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