ETV Bharat / state

گئو شالہ میں درجنوں جانور ہلاک

ریاستی حکومت نے گائیوں کو سردی سے بچانے کے لیے حکام کو سخت ہدایات دی ہیں لیکن جونپور شہر کی لہنگ پور گئوشالہ میں جانوروں کی حفاظت کے مناسب انتظامات نہ ہونے کی وجہ سے جانور مر رہے ہیں۔

گئو شالہ میں درجنوں جانور کی موت
گئو شالہ میں درجنوں جانور کی موت
author img

By

Published : Jan 7, 2020, 1:26 PM IST


اس گئوشالہ میں 90 سے زائد جانور ہیں۔ نہ تو اس گئوشالہ میں ان جانوروں کو بچانے کے لیے کوئی انتظام ہے اور نہ ہی گئوشالہ میں کسی طرح کی کوئی گھیرا بندی کی گئی ہے۔ اس سردی میں جانوروں کی موت ہوتی ہی جا رہی ہے۔ گائیوں کو سردی سے بچانے کے لیے آگ کا انتظام بھی نہیں کیا گیا ہے۔

گئو شالہ میں درجنوں جانور کی موت

ڈسٹرکٹ مجسٹریٹ نے ہر بلاک میں 4 گئوشالاؤں کی تعمیر کا کام شروع کیا ہے۔ ان دنوں ان گئوشالاؤں میں 2 ہزار سے زیادہ بے سہارا جانور ہیں۔ اس کے باوجود جلال پور کے علاقے لہنگ پور میں عارضی گئوشالہ میں 90 جانوروں کو رکھا گیا تھا۔

جانوروں کی موت میں اضافے کی وجہ سے ، گئوشالہ کے احاطے میں ہی گڑھے کھود کر مردہ جانوروں کو دفن کیا جا رہا ہے۔

گئوشالہ انچارج حولدار یادو نے بتایا کہ 'جانوروں کو کھانا کھلانے کے لیے صرف سوکھا بھوسا ہی موجود ہے۔ پہلے جانوروں کو کھلانے کے لیے کھانا ملا تھا، جو اب ختم ہوچکا ہے۔'


اس گئوشالہ میں 90 سے زائد جانور ہیں۔ نہ تو اس گئوشالہ میں ان جانوروں کو بچانے کے لیے کوئی انتظام ہے اور نہ ہی گئوشالہ میں کسی طرح کی کوئی گھیرا بندی کی گئی ہے۔ اس سردی میں جانوروں کی موت ہوتی ہی جا رہی ہے۔ گائیوں کو سردی سے بچانے کے لیے آگ کا انتظام بھی نہیں کیا گیا ہے۔

گئو شالہ میں درجنوں جانور کی موت

ڈسٹرکٹ مجسٹریٹ نے ہر بلاک میں 4 گئوشالاؤں کی تعمیر کا کام شروع کیا ہے۔ ان دنوں ان گئوشالاؤں میں 2 ہزار سے زیادہ بے سہارا جانور ہیں۔ اس کے باوجود جلال پور کے علاقے لہنگ پور میں عارضی گئوشالہ میں 90 جانوروں کو رکھا گیا تھا۔

جانوروں کی موت میں اضافے کی وجہ سے ، گئوشالہ کے احاطے میں ہی گڑھے کھود کر مردہ جانوروں کو دفن کیا جا رہا ہے۔

گئوشالہ انچارج حولدار یادو نے بتایا کہ 'جانوروں کو کھانا کھلانے کے لیے صرف سوکھا بھوسا ہی موجود ہے۔ پہلے جانوروں کو کھلانے کے لیے کھانا ملا تھا، جو اب ختم ہوچکا ہے۔'

Intro:जौनपुर।। प्रदेश सरकार गौशाला में पल रहे गोवंश ओं को ठंड से बचाने के लिए जिले के अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए हैं फिर भी बेजुबान पशुओं पर अधिकारियों की लापरवाही अब भारी पड़ने लगी है । जौनपुर के जलालपुर स्थित लहंगपुर में अस्थाई गौशाला चल रही है । इस गौशाला में 90 से ज्यादा पशु इन दिनों पल रहे हैं। वह इस गौशाला में चारों तरफ सुविधाओं की कमियां है। यहां पर गोवंश को ठंड से बचाने के लिए ना तो चारों तरफ से घेरा गया है और नहीं यहां पर किसी भी तरीके की अलाव की व्यवस्था की गई है । वही कड़ाके की ठंड अब इन पशुओं की जान पर बन आई है। जिसके चलते लगातार पशुओं की मौतें हो रही हैं । वहीं मौतों के बाद गौशाला परिसर में ही गड्ढा खोदकर इन पशुओं को दफनाया जा रहा है। गड्ढों की खुदाई के चलते धीरे धीरे पूरी गौशाला का परिसर इन पशुओं के लिए अब कब्रगाह बनता जा रहा है ।


Body:वीओ।। जौनपुर जनपद में जहां छुट्टा पशुओं की बढ़ती संख्या के चलते जिलाधिकारी ने प्रत्येक ब्लॉक में 4 गौशाला बनाने का काम शुरू किया है तो वहीं गौशालाओं में सुविधाओं की कमी के चलते पल रहे बेसहारा गोवंश की जान पर वन आई है। जनपद में इन दिनों दो हजार से ज्यादा बेसहारा पशु इन गौशालाओं में पल रहे हैं । वही इन पशुओं को ठंड से बचाने के लिए पर्याप्त इंतजाम करने की सरकार की तरफ से निर्देश भी हैं। उसके बावजूद भी जलालपुर क्षेत्र स्थित लहंग पुर में अस्थाई गौशाला है । जहां पर इन दिनों 90 पशु मौजूद है लेकिन इन पशुओं को ठंड से बचाने के लिए न तो चारों तरफ से कोई घेराबंदी की गई है और ना ही यहां पर अलाव जलाया जा रहा है। वही कड़ाके की सर्दी के चलते बेजुबान पशुओं के मरने का सिलसिला अब बढ़ गया है जिसके कारण गौशाला परिसर में ही यह मरे हुए पशुओं को गड्ढा खोदकर दफनाया जा रहा है । धीरे-धीरे पशुओं की मौतों का आंकड़ा बड़ा तो गौशाला का परिसर अब इन गोवंश के लिए कब्रगाह बन गया है । वही इस गौशाला में केवल पशुओं को खाने के लिए सूखा भूसा ही है क्योंकि यहां पर चोकर का बहुत दिनों से कोई पता नहीं है।


Conclusion: गौशाला प्रभारी हवलदार यादव ने बताया कि गौशाला में पशुओं को खिलाने के लिए केवल सूखा भूसा है । चोकर काफी दिनों पहले आया था जो खत्म हो गया है। वहीं ठंड से पशुओं के मरने की संख्या बढ़ गई है । वही पशुओं को मरने के बाद गौशाला के परिसर में ही गड्ढा खोदकर दफनाया जा रहा है।

बाइट-,हवलदार यादव- गौशाला प्रभारी

जौनपुर के जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि पशुओं को चारा पानी और ठंड से बचाने के लिए पर्याप्त निर्देश दिए गए हैं । यदि अगर कमी है तो उनको शीघ्र दूर करने के निर्देश भी दिए गए है ।

बाइट- दिनेश कुमार सिंह -जिलाधिकारी जौनपुर

पीटीसी


Dharmendra singh
jaunpur
9044681067
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.