ETV Bharat / state

'پارٹی کے ہی دو رہنماؤں کے درمیان سیاسی مقابلہ' - اسمبلی انتخابات

اسمبلی انتخابات سے قبل ٹکٹ کے دعوے کو لے کر دعوے داری تیز ہو جاتی ہے اور پارٹی ہائی کمان کے سامنے اپنے حامیوں کا ہجوم جمع کرنا شروع کر دیتے ہیں۔

'پارٹی کے ہی دو رہنماؤں کے مابین سیاسی مقابلہ'
author img

By

Published : Oct 21, 2019, 1:52 PM IST

لیکن کئی بار ایک ہی پارٹی کے دو رہنماؤں کے مابین سیاسی مقابلہ کی صورت بھی سامنے آ جاتی ہے۔ ہفتہ کے روز تیمار پور میں ایسا ہی کچھ ہوا۔

'پارٹی کے ہی دو رہنماؤں کے مابین سیاسی مقابلہ'

دراصل عام آدمی پارٹی کے قومی کنوینر اروند کیجریوال ہفتہ کے روز تیمار پور اسمبلی میں محلہ کلینک کے افتتاح کے لئے موجود تھے۔ وہی مشرقی دہلی لوک سبھا حلقہ سے انتخاب لڑ چکے دلیپ پانڈے اور مقامی رکن اسمبلی پنکج پشکر بھی موجود تھے۔

جیسے ہی اروند کیجریوال اسٹیج پر پہنچے دلیپ پانڈے کے حامیوں نے دلیپ پانڈے زندہ باد کے نعرے لگانے شروع کر دیئے۔ اسی اثنا میں، پنکج پشکر زندہ باد کے نعرے بھی لگنے لگے۔

دونوں قائدین کی حمایت میں نعرے بازی طویل عرصے تک جاری رہی۔

یہاں تک کہ اروند کیجریوال کرسی سے اٹھ کر تقریر کرنے کے لئے آگے بڑھے تو دلیپ پانڈے ان کے پیچھے آئے اور ان کے ساتھ کھڑے ہوگئے۔ اس کے بعد پنکج پشکر بھی آئے اور اروند کیجریوال کے پیچھے کھڑے ہو گئے۔

ایسا مانا جا رہا ہے کہ آئندہ اسمبلی انتخابات کے پیش نظر نعرے کا مطلب ٹکٹ ہے۔

حالانکہ پنکج پشکر نے ای ٹی وی بھارت کے سوال کے جواب میں یقینی طور پر کہا کہ 'یہ دلیپ پانڈے اور پنکج پشکر کے مابین لڑائی نہیں ہے'۔

انہوں نے مزید کہا کہ 'کچھ مافیا ہیں جو کسی طرح مجھے یہاں سے ہٹانا چاہتے ہیں۔'

لیکن کئی بار ایک ہی پارٹی کے دو رہنماؤں کے مابین سیاسی مقابلہ کی صورت بھی سامنے آ جاتی ہے۔ ہفتہ کے روز تیمار پور میں ایسا ہی کچھ ہوا۔

'پارٹی کے ہی دو رہنماؤں کے مابین سیاسی مقابلہ'

دراصل عام آدمی پارٹی کے قومی کنوینر اروند کیجریوال ہفتہ کے روز تیمار پور اسمبلی میں محلہ کلینک کے افتتاح کے لئے موجود تھے۔ وہی مشرقی دہلی لوک سبھا حلقہ سے انتخاب لڑ چکے دلیپ پانڈے اور مقامی رکن اسمبلی پنکج پشکر بھی موجود تھے۔

جیسے ہی اروند کیجریوال اسٹیج پر پہنچے دلیپ پانڈے کے حامیوں نے دلیپ پانڈے زندہ باد کے نعرے لگانے شروع کر دیئے۔ اسی اثنا میں، پنکج پشکر زندہ باد کے نعرے بھی لگنے لگے۔

دونوں قائدین کی حمایت میں نعرے بازی طویل عرصے تک جاری رہی۔

یہاں تک کہ اروند کیجریوال کرسی سے اٹھ کر تقریر کرنے کے لئے آگے بڑھے تو دلیپ پانڈے ان کے پیچھے آئے اور ان کے ساتھ کھڑے ہوگئے۔ اس کے بعد پنکج پشکر بھی آئے اور اروند کیجریوال کے پیچھے کھڑے ہو گئے۔

ایسا مانا جا رہا ہے کہ آئندہ اسمبلی انتخابات کے پیش نظر نعرے کا مطلب ٹکٹ ہے۔

حالانکہ پنکج پشکر نے ای ٹی وی بھارت کے سوال کے جواب میں یقینی طور پر کہا کہ 'یہ دلیپ پانڈے اور پنکج پشکر کے مابین لڑائی نہیں ہے'۔

انہوں نے مزید کہا کہ 'کچھ مافیا ہیں جو کسی طرح مجھے یہاں سے ہٹانا چاہتے ہیں۔'

Intro:विधानसभा चुनाव के पहले टिकट को लेकर दावेदारी तेज हो जाती है और पार्टी आलाकमान के सामने अपने समर्थकों की भीड़ जुटाना भी जरूरी हो जाता है, लेकिन कई बार यह एक ही दल के दो नेताओं के बीच सियासी होड़ के रूप में सामने आ जाता है. कुछ ऐसा ही हुआ शनिवार को तिमारपुर में.


Body:नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल शनिवार को तिमारपुर विधानसभा में मोहल्ला क्लीनिक के उद्घाटन के लिए मौजूद थे. यहां मंच पर उनके साथ उत्तर पूर्वी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ चुके दिलीप पांडेय और स्थानीय विधायक पंकज पुष्कर की भी मौजूदगी रही.

क्षेत्र में चर्चा है कि तिमारपुर से आगामी विधानसभा चुनाव में दिलीप पांडेय पर पार्टी दाव लगा सकती है और ऐसे में पंकज पुष्कर भी अपनी मजबूती दिखाने में जुटे हुए हैं. शायद यह कारण भी था कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मौजूदगी वाले इस कार्यक्रम में दोनों नेताओं के समर्थकों की भारी भीड़ उमड़ी थी.

अरविंद केजरीवाल जैसे ही मंच पर पहुंचे और बैठे ही थे कि दिलीप पांडेय के कटआउट लिए समर्थकों ने दिलीप पांडेय जिंदाबाद की नारेबाजी शुरू कर दी. इसी बीच पंकज पुष्कर जिंदाबाद का से सुर ने भी जोर पकड़ा और दोनों नेताओं के समर्थन में नारेबाजी काफी देर तक होती रही. अंत में एक सज्जन खड़े हुए और उन्होंने अरविंद केजरीवाल जिंदाबाद का नारा लगाया.

लेकिन इतने से मामला सुलझने वाला नहीं था. मंच पर जो दिखा वह भी सामान्य से कुछ अलग था. अरविंद केजरीवाल के ठीक बगल में दिलीप पांडेय बैठे थे और कई बार दोनों नेताओं के बीच कुछ बातचीत हुई. वहीं, स्थानीय विधायक पंकज पुष्कर स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के बगल में चुपचाप बैठे रहे. पंकज पुष्कर के चेहरे की उदासी भी साफ तौर पर देखी जा सकती थी.

इस संकेत उसे निकल रहे निहितार्थ इससे भी समझे जा सकते हैं कि अरविंद केजरीवाल जब कुर्सी से उठकर भाषण देने के लिए आगे बढ़े, तो दिलीप पांडेय उनके पीछे पीछे आए और बगल में आकर खड़े हो गए. उसके बाद पंकज पुष्कर भी आए और अरविंद केजरीवाल के पीछे खड़े रहे.

क्या इस नारेबाजी और इन संकेतों का मतलब आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर टिकट से हैं, ईटीवी भारत के इस सवाल के जवाब में पंकज पुष्कर ने स्पष्ट तो कुछ नहीं कहा, लेकिन इतना जरूर कहा कि दिलीप पांडेय और पंकज पुष्कर के बीच यह लड़ाई नहीं है. कुछ माफिया हैं, जो किसी भी तरह से यहां से पंकज पुष्कर को हटाना चाहते हैं.


Conclusion:हालांकि टिकट के सवाल पर पंकज पुष्कर ने साफ तौर पर कहा कि तीन दिन पहले अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि उनके जीते जी पार्टी में भ्रष्टाचार को जगह नहीं मिलेगी, पंकज पुष्कर माफियागर्दी से लड़ रहा है और जब यह खबर अरविंद केजरीवाल तक जाएगी, तब वे तय करेंगे कि उनको माफिया को बचाना है या पंकज पुष्कर को बचाना है.
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.