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چھٹی نہ ملنے پر سپاہی کی فائرنگ - راؤنڈفائرنگ

رانچی پولیس لائن میں تعینات ایک سپاہی نے چھٹی نہ ملنے سے مشتعل ہوکر الگ الگ تین جگہوں پر 15 راؤنڈ فائرنگ کی، جس سے پولیس محکمہ میں کھلبلی مچ گئی۔

چھٹی نہ ملنے پر سپاہی کی فائرنگ
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Published : Sep 13, 2019, 2:59 PM IST

Updated : Sep 30, 2019, 11:16 AM IST

ریاست جھارکھنڈ کے دارالحکومت شہر رانچی کی پولیس لائن سے ایک سنسنی خیز معاملہ سامنےآیا ہے۔ پولیس لائن میں تعینات ایک سپاہی نے پولیس لائن میں دہشت کاماحول پیدا کردیا۔

سدھیر ساکھا نامی سپاہی نے پولیس لائن کی الگ الگ تین جگہوں پر 15 راؤنڈفائرنگ کی۔ جس سے رانچی پولیس لائن میں تعینات سپاہی اور افسران سکتے میں آگئے۔

اطلاع کے مطابق گذشتہ سات مہینے سے رکی تنخواہ اور بھائی کی موت پر چھٹی نہیں ملنے سے سپاہی کافی پریشان تھا جس کی وجہ سے اس نے یہ قدم اٹھایا۔

اس حادثے سے میجر آفس کے باہر موجود پولیس اہلکار اور افسران حیرت میں تھے۔ اس حرکت کی خبر فوراً سارجینٹ میجر اور رانچی کے اعلیٰ پولیس افسران کو دی گئی۔ جس کے بعد تمام پولیس اہلکار جائے واردات پر پہنچے اور حادثے کا معائنہ کیا۔

چھٹی نہ ملنے پر سپاہی کی فائرنگ

پولیس اہلکاروں نے حادثے کے بعد سپاہی سدھیر کی جم کر پٹائی کر دی، پٹائی کے باوجود بھی وہ سب کو دھکا دے کر فائرنگ کرتا رہا۔ آخر میں دوسرے سپاہیوں نے اسے پکڑا تو وہ قابو میں آیا، جس کے بعد میڈیکل جانچ کے لیے اسے ہسپتال بھیج دیا گیا۔

اطلاع کے مطابق سپاہی سدھیر کے بھائی کی موت ہوگئی ہے، بھائی کے دسواں پر جانے کے لیے اس نے چھٹی کی گزارش کی تھی، لیکن سارجینٹ میجر سبودھ گپتا نے یہ کہ کر منع کر دیا کہ وہ گذشتہ سات مہینوں سے غائب تھا، اس لیے چھٹی نہیں ملے گی۔

وہیں پولیس اہلکاروں نے بھی بتایا کہ وہ غائب تھا اس لیے اس کی سات ماہ کی تنخواہ بھی رکی ہوئی ہے، جس سے اس کی مالی حالت بھی اچھی نہیں ہے۔ ان سب چیزوں سے پریشان ہو کر اس نے یہ بڑا قدم اٹھایا۔

ریاست جھارکھنڈ کے دارالحکومت شہر رانچی کی پولیس لائن سے ایک سنسنی خیز معاملہ سامنےآیا ہے۔ پولیس لائن میں تعینات ایک سپاہی نے پولیس لائن میں دہشت کاماحول پیدا کردیا۔

سدھیر ساکھا نامی سپاہی نے پولیس لائن کی الگ الگ تین جگہوں پر 15 راؤنڈفائرنگ کی۔ جس سے رانچی پولیس لائن میں تعینات سپاہی اور افسران سکتے میں آگئے۔

اطلاع کے مطابق گذشتہ سات مہینے سے رکی تنخواہ اور بھائی کی موت پر چھٹی نہیں ملنے سے سپاہی کافی پریشان تھا جس کی وجہ سے اس نے یہ قدم اٹھایا۔

اس حادثے سے میجر آفس کے باہر موجود پولیس اہلکار اور افسران حیرت میں تھے۔ اس حرکت کی خبر فوراً سارجینٹ میجر اور رانچی کے اعلیٰ پولیس افسران کو دی گئی۔ جس کے بعد تمام پولیس اہلکار جائے واردات پر پہنچے اور حادثے کا معائنہ کیا۔

چھٹی نہ ملنے پر سپاہی کی فائرنگ

پولیس اہلکاروں نے حادثے کے بعد سپاہی سدھیر کی جم کر پٹائی کر دی، پٹائی کے باوجود بھی وہ سب کو دھکا دے کر فائرنگ کرتا رہا۔ آخر میں دوسرے سپاہیوں نے اسے پکڑا تو وہ قابو میں آیا، جس کے بعد میڈیکل جانچ کے لیے اسے ہسپتال بھیج دیا گیا۔

اطلاع کے مطابق سپاہی سدھیر کے بھائی کی موت ہوگئی ہے، بھائی کے دسواں پر جانے کے لیے اس نے چھٹی کی گزارش کی تھی، لیکن سارجینٹ میجر سبودھ گپتا نے یہ کہ کر منع کر دیا کہ وہ گذشتہ سات مہینوں سے غائب تھا، اس لیے چھٹی نہیں ملے گی۔

وہیں پولیس اہلکاروں نے بھی بتایا کہ وہ غائب تھا اس لیے اس کی سات ماہ کی تنخواہ بھی رکی ہوئی ہے، جس سے اس کی مالی حالت بھی اچھی نہیں ہے۔ ان سب چیزوں سے پریشان ہو کر اس نے یہ بڑا قدم اٹھایا۔

Intro:भाई की मौत पर छुट्टी नहीं मिलने से आहत सिपाही ने पुलिस लाइन में की 15 राउंड फायरिंग

गुरुवार रात रांची के कांके रोड स्थित मुख्यमंत्री आवास से मात्र आधा किलोमीटर की दूरी पर एक के बाद एक 15 राउंड फायरिंग की आवाज से सनसनी फैल गई.... इसी बीच मालूम चला कि फायरिंग की आवाज मुख्यमंत्री आवास से चंद कदमो की दूरी पर स्थित पुलिस लाइन से आ रही है।

क्या है पूरा मामला

रांची के पुलिस लाइन में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। पुलिस लाइन में पोस्टेड एक सिपाही ने पुलिस लाइन में आतंक मचा कर रख दी। पुलिस लाइन के अलग-अलग तीन जगहों पर 15 राउंड फायरिंग की। इस फायरिंग से पूरे पुलिस लाइन में दहशत का माहौल हो गया। पुलिस लाइन के हर सिपाही और अधिकारी सकते में आ गए। दरअसल पिछले 7 महीने से रुके वेतन और भाई की मौत पर छुट्टी नहीं मिलने से आहत सिपाही सुधीर खाखा ने अपनी सर्विस इंसास से ताबड़तोड़ 15 राउंड फायरिंग। की पहली फायरिंग अपने बैरक के बाहर कर दहशत फैला दिया। इसके बाद पुलिस लाइन के किचन के पास पहुंचकर गोलियों की बौछार कर सबको चौंका दिया। सहकर्मी पुलिसकर्मियों ने जब इसका विरोध किया तो उन सब से उलझते हुए सीधे सार्जेंट मेजर के कार्यालय पहुंचा इसके बाद सार्जेंट मेजर कार्यालय के बाहर 15 राउंड फायरिंग की। इससे मेजर कार्यालय के बाहर मौजूद पुलिसकर्मी और अधिकारी हैरत में थे, पुलिसकर्मी डरे हुए थे। इस हरकत की सूचना तुरंत सार्जेंट मेजर और रांची के वरीय पुलिस अधिकारियों को दी गई। पुलिस अधिकारियों को सूचना मिलने के बाद फौरन पुलिस लाइन पहुंचे और घटना की जानकारी ली। पुलिस अधिकारियों के आदेश के बाद गोली चलाने वाले जवान पंकज खाखा मेडिकल जांच के लिए सदर अस्पताल भेजा गया। मेडिकल जांच के बाद उसे गुप्त स्थान पर छुपा दिया गया है। इस पूरे प्रकरण को रांची पुलिस छुपाने में जुट गई है। हालांकि गोली किस परिस्थिति में चलाई गई है या कोई भी अधिकारी पुष्टि नहीं कर रहे हैं ना ही इस घटना पर कुछ टिप्पणी कर रहे हैं।

जांच के लिए पहुंचे पुलिस के वरीय अधिकारी :
पुलिस लाइन में गोलियों की बौछार की खबर सुन पुलिस के वरीय अधिकारी मामले की जांच करने पहुंचे। प्रभारी सिटी एसपी सह ट्रैफिक एसपी अजीत पीटर डुंगडुंग ग्रामीण एसपी आशुतोष शेखर और सदर डीएसपी दीपक कुमार पांडे मौके पर पहुंचे उन्होंने पूरे मामले की जानकारी ली। इसके बाद पूरे मामले की रिपोर्ट सार्जेंट मेजर को सौंपने का निर्देश दिया है। हालांकि ग्रामीण एसपी प्रभारी सिटी एसपी और सदर डीएसपी खुद इस पूरे प्रकरण की जांच कर रहे हैं।

मीडिया को पता चला तू लुकाछिपी में जुट गई पुलिस

पुलिस लाइन में गोलियों की बौछार की खबर जब मीडिया को हुई तो पुलिस इस मामले को दबाने में जुट गई। मीडिया जब सदर अस्पताल पहुंची तो सदर अस्पताल से एक कार जिसका नंबर 5787 है उसमे जवान को बैठा कर भगाना शुरू कर दिया। कार को सदर अस्पताल से निकालकर जेल चौक होते हुए मोराबादी, वहां से आईआईएम होते हुए गाड़ी तेजी से भाग निकला। फिलहाल गोली चलाने वाले जवान को बैठाकर कहां ले जाया गया। इसकी कोई जानकारी नहीं मिली है। मीडिया कर्मियों ने गाड़ी का पीछा भी किया। ताकि संबंधित जवान का पक्ष जाना जा सके। उसे लेकर भागने वाले पुलिसकर्मियों ने इतना भी जरूरी नहीं समझा की इस पुलिसकर्मी को मीडिया के सामने लाकर सही तथ्य बताई जाए।

सार्जेंट मेजर से छुट्टी मांगने पर मिली गाली गलौज

पुलिस लाइन के पुलिसकर्मियों के अनुसार जवान पंकज खाखा के भाई की मौत हो गई है। भाई की मौत पर दसकर्म में शामिल होने के लिए सार्जेंट मेजर से छुट्टी मांगने पहुंचा था। इस पर सार्जेंट मेजर सुबोध गुप्ता ने छुट्टी देने के बजाए बदसुलूकी की और कहा कि तुम पिछले 7 महीने से गायब थे। छुट्टी नहीं मिल सकती। इससे आहत होकर जवान निकला और पहले शराब पी इसके बाद अपना सर्विस इंसास निकाला और फायरिंग कर आतंक मचाना शुरू कर दिया।

जवान 7 महीने से था गायब
पुलिस लाइन के पुलिसकर्मी कहते हैं कि पंकज खाखा पिछले 7 महीने से गायब था। पुलिस लाइन प्रशासन उसे भगोड़ा मान रही थी। भगोड़ा होने की वजह से उसका वेतन पिछले 7 माह से रुका हुआ था। उसके गायब रहने से पुलिस लाइन प्रशासन भी परेशान थी। हालांकि उसका वेतन रोक दिए जाने की वजह से जवान भी आर्थिक तंगी से भी जूझ रहा था।

फायरिंग के बाद जवान की हुई पिटाई
पुलिस के जवान सुधीर ने जब पुलिस लाइन में गोलियों की बौछार की तो सहकर्मी पुलिसकर्मी ने पकड़ा और उसकी पिटाई कर दी। पिटाई के बावजूद वह सभी पुलिसकर्मियों को धक्का देकर फायरिंग करता रहा। आखिर में सभी पुलिसकर्मी ने मिलकर उसे जब पकड़ा तब वह काबू में आया। इसके बाद उसे मेडिकल जांच के लिए सदर अस्पताल ले जाया गया था।Body:ब्रेकिंगConclusion:ब्रेकिंग
Last Updated : Sep 30, 2019, 11:16 AM IST
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